रायबरेली। नए आयुष्मान आरोग्य मंदिर के खुलने से लोगों को घर के पास ही चिकित्सीय परामर्श इलाज और जांच की सुविधा मिल रही है । अब छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए बड़े अस्पतालों के चक्कर काटने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इससे अस्पतालों पर भी दबाव कम होगा। इसको लेकर पहले ही प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने जिलों के सीएमओ को निर्देश दिए थे आरोग्य मंदिरों की चिकित्सीय सेवाओं के बारे में स्थानीय जनता को बताया जाए। गौरतलब है कि प्रदेश में इस समय कुल 22681 आयुष्मान आरोग्य मंदिर हैं, जिनमें से शहरी क्षेत्रों में 1123 आरोग्य मंदिर क्रियाशील हैं। 564 नये आरोग्य मंदिरों के क्रियाशील हो जाने पर शहरी क्षेत्रों में आरोग्य मंदिरों की संख्या 1687 हो जाएगी।
रायबरेली शहर में 15 से 20 हजार की आबादी वाली मलिन बस्तियों व असेवित मोहल्लों में अब लोगों को इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। आठ अर्बन आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित किए गए हैं। आरोग्य मंदिरों में जांच और इलाज के पर्याप्त बंदोबस्त किए गए हैं।
मंगलवार को सीएमओ व अन्य अधिकारियों ने आरोग्य मंदिरों का निरीक्षण किया। सीएमओ डॉ. नवीनचंद्रा ने बताया कि शहर की मलिन बस्तियों रानानगर, अहियारायपुर, चतुर्भुजबालापुर, धमसीरायपुर, महानंदपुर, जैतूपुर, मोहद्दीनपुर और शक्तिनगर में अर्बन आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित करा दिए गए हैं।
संबंधितों को मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं। जिला शहरी समन्वयक विनय पांडेय ने बताया कि मोहल्लों में मरीजों को अब आसानी से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी। सामान्य ओपीडी, गर्भवती महिलाओं की देखभाल, बच्चों का टीकाकरण, परिवार नियोजन, किशोर स्वास्थ, संचारी रोग, गैर संचारी रोग, आकस्मिक दुर्घटना, ओरल हेल्थ, मानसिक स्वास्थ्य, वृद्धावस्था एवं पेलिटिव केयर, नाक कान आदि समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। ब्लड से संबंधित 14 प्रकार की जांचे और निशुल्क दवाएं मरीजों को मिलेंगी।