रायबरेली –प्रयागराज से सहारनपुर जा रही नौचंदी एक्सप्रेस के आगे स्लीपर रखकर मंगलवार रात ट्रेन को पलटाने का प्रयास किया गया। चालक की सूझबूझ से किसी तरह से बड़ा हादसा टल गया। इस बीच यात्री घटना को लेकर सहमे रहे। घटना ऊंचाहार के अरखा व प्रतापगढ़ के परियावां स्टेशन के बीच की बताई जा रही है। साजिश के रूप मे रखा गया स्लीपर ट्रेन के इंजन से टकराकर टूट गया।
आपको बताते चले स्लीपर जे टकराने के बाद तेज आवाज के साथ ट्रेन अचानक रुकी तो रेल यात्री सहम गए। वही लोको पायलट ने पूरे मामले की जानकारी अपने विभाग के कंट्रोल रूम को दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची ऊंचाहार जीआरपी ने जांच शुरू की। इस दौरान लघभक 20 मिनट तक ट्रेन खड़ी रही। ऊंचाहार स्टेशन पर पहुंचने पर इंजन की जांच कर ट्रेन को सहारनपुर के लिए रवाना किया गया।
जीआरपी पुलिस के अनुसार मंगलवार की रात करीब 8 बजे नौचंदी एक्सप्रेस प्रयागराज से सहारनपुर की ओर जा रही थी। तभी अज्ञात लोगो द्वारा अरखा, परियावां स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर ट्रेन को पलटाने के लिए रखे स्लीपर से नौचंदी एक्सप्रेस का इंजन टकरा गया। टककर इतनी भीषण थी की तेज आवाज के साथ स्लीपर टूट गया। टककर की आवाज सुनते ही लोको पायलट ने सूझ बुझ से इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका गया।
घटना के बाद लोको पायलट की सूचना पर आरपीएफ ऊंचाहार व प्रतापगढ़ की नवाबगंज पुलिस भी मौके पर पहुंची। आरपीएफ थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
आपको बताते चले पूर्व मे मालगाड़ी को पलटाने की हुई थी साजिश
ऊंचाहार और प्रतापगढ़ के बीच ट्रेनों को डिरेल करने की साजिश लगातार होती रही है। अक्तूबर 2024 में रायबरेली के लक्ष्मणपुर में एक मालगाड़ी पटरी पर रखे सीमेंट के स्लीपर से टकरा गई थी। चालक की सूझबूझ से तब बड़ा हादसा टल गया था। मामले की जांच शुरू हुई, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
खुफिया विभाग और रेल प्रशासन ने घटनास्थल से एक किमी दूरी में रहने वाले लोगों से पूछताछ की थी। साथ ही 150 लोगों के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया था, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी। इसी तरह फरवरी 2025 में अरखा स्टेशन से पहले मालगाड़ी के आगे फिर से स्लीपर रखे गए, संयोग से बड़ी घटना बच गई। वहीं ऊंचाहार और प्रतापगढ़ के बीच वंदेभारत पर दो बार पथराव भी हो चुका है।
अनुज मौर्य रिपोर्ट