रायबरेली –पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने जिले की सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। हाल ही में, आगामी मॉक ड्रिल से पहले, यूपी पुलिस ने रायबरेली को 10 नई पेट्रोलिंग बाइक की सौगात दी है। इन बाइकों को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में हरी झंडी दिखाई गई।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने इन नई डायल 112 पेट्रोलिंग बाइकों को रवाना किया। उन्होंने बताया कि इन बाइकों के जुड़ने से जिले में पुलिस की गश्त और भी प्रभावी हो जाएगी। संकरी गलियों और दूरदराज के इलाकों में भी पुलिस की त्वरित पहुँच सुनिश्चित हो सकेगी, जिससे अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी और नागरिकों को सुरक्षा का बेहतर अनुभव प्राप्त होगा।
डॉक्टर यशवीर सिंह ने कहा कि यह नई पहल जिले में कानून व्यवस्था को मजबूत करने और किसी भी आपात स्थिति में तेज़ी से प्रतिक्रिया करने की पुलिस की प्रतिबद्धता का हिस्सा है। उन्होंने यह भी बताया कि इन बाइकों पर प्रशिक्षित और मुस्तैद पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे, जो आधुनिक संचार उपकरणों से लैस होंगे ताकि उन्हें किसी भी सूचना पर तुरंत कार्रवाई करने में आसानी हो।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित थे। सभी ने इस नई पहल की सराहना की और उम्मीद जताई कि इन पेट्रोलिंग बाइकों के माध्यम से जिले में अपराध की घटनाओं को कम करने में महत्वपूर्ण सफलता मिलेगी।

यह ध्यान देने योग्य है कि यह सौगात आगामी मॉक ड्रिल से ठीक पहले आई है, जो जिले में किसी भी संभावित आपात स्थिति से निपटने के लिए पुलिस की तैयारियों का आकलन करने के उद्देश्य से आयोजित की जाएगी। इन नई पेट्रोलिंग बाइकों की तैनाती निश्चित रूप से मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस की प्रतिक्रिया क्षमता को और अधिक प्रभावी बनाएगी।
डॉक्टर यशवीर सिंह ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे पुलिस का सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत डायल 112 पर दें। उन्होंने कहा कि जनता और पुलिस के बीच समन्वय स्थापित करके ही एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण समाज का निर्माण किया जा सकता है।
इन 10 नई पेट्रोलिंग बाइकों के जुड़ने से रायबरेली पुलिस की मोबाइल पेट्रोलिंग क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। यह उम्मीद की जा रही है कि यह कदम जिले में अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को बनाए रखने में एक मील का पत्थर साबित होगा, और नागरिकों में सुरक्षा की भावना और अधिक मजबूत होगी।
अनुज मौर्य/शैलेन्द्र यादव रिपोर्ट