आखिर बारहसिंघा को किसने मारकर लगाया ठिकाने

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डलमऊ। संरक्षित वन्यजीव बारासिंघा पर शिकारियों की नजर तिरछी हो गई है। डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के मिरमीरानपुर गांव में शिकारियों ने बेहद ही संरक्षित जीव बारहसिंघा को निशाना बनाया। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग मौके पर पहुंच कर इतिश्री कर लिया। जानकारी के लिए यह बताना बेहद जरूरी है बारहसिंघा हमेशा शिकारियों के नजरों पर रहता है जिसकी सिघ का वह उपयोग करते हैं बेजुबान जानवर को मारकर उनकी सिंघ की खरीद-फरोख्त करते हैं। मिरमीरानपुर गांव में प्रतापपुर जंगल है जहां पर वन्य जीव की मौजूदगी पाई जाती है। लेकिन शिकारी भी अक्सर संरक्षित जीवो की तलाश में घूमते रहते हैं और उनको अपना शिकार बनाते हैं।

विभागीय स्तर पर बेबसी का आलम कार्यालय से बाहर नहीं निकलते वन विभाग के जिम्मेदार

वन विभाग की घोर लापरवाही ही कह लीजिए ऐसी प्रजाति जो विरले ही देखने को मिलते हैं उनको भी यदि शिकारी अपना निशाना बना रहे हैं तो विभाग के लिए निंदनीय है।ऐसे जिम्मेदारों पर भी सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। ग्रामीणों ने बताया है कि बारहसिंघा को गड्ढा खोदकर दफ़न कर दिया गया है। लेकिन यहां पर पोस्टमार्टम होना बेहद जरूरी था जिससे कारण स्पष्ट होता लेकिन मामले को दबाने के लिए ऐसा किया गया। लेकिन अब देखना होगा उच्च अधिकारी मामले पर कितना संज्ञान लेते हैं!

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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