अयोध्या में चल रहे रामोत्सव में मतलब के सब साथी भजन बिना

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जैसे संदेश परक भजन कोअपनी ओज पूर्ण शैली में प्रस्तुत किया यज्ञ नारायण सिंह पटेल ने।
आयकर विभाग प्रयागराज में कार्यरत श्री पटेल ने अयोध्या भजन संध्या स्थल के भव्य मंच से सनातन संस्कृति में आस्था रखने वाले राम भक्तों को निवेदित किया। अपने भजनों में उन्होंने जहां भजमन राम चरण सुखदाई गाकर भजन पुष्प अर्पित किए तो वहीं “मतलब के सब साथी भजन बिना” —” सब दिन होत न एक समाना”जैसे उद्देश्य परक भजनों से मानव जीवन बिना भजन के पशु समान बताया। इस अवसर पर लखनऊ से पधारी  चंद्रकला सिंह ने भी अपनी शैली में प्रस्तुत भजनों व गायन से श्रद्धालुओं को खासा आनंदित किया, उन्होंने अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम—- राम तुमसे मिलने का कीर्तन सहारा है —– राम को देखकर श्री जनक नंदिनी — नगरी हो अयोध्या सी — पायो जी मैंने राम रतन धन पायो जैसे अनेक भजनों से भक्ति भाव परिपूर्ण वातावरण निर्मित कर दिया। अगली प्रस्तुति में आजमगढ़ की स्थापित लोकभजन गायक बरखा सुभद्रा मिश्रा ने प्रभु श्रीराम के जीवन प्रसंगों को दर्शाते भजन, कजरी, चैती,सोहर की प्रस्तुति से राम भक्तों को नृत्य करने पर मजबूर कर दिया। संस्कृति विभाग के कार्यक्रम अधिशासी कमलेश कुमार पाठक के कुशल मार्गदर्शन में जारी भजन संध्या स्थल मंच पर रामोत्सव में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों चंद्रकला सिंह,बरखा सुभद्रा मिश्रा व यज्ञनारायण सिंह पटेल को सुंदर राम दरबार उकेरित स्मृति चिन्ह विश्व प्रकाश रूपन, मानस तिवारी, अमित पांडेय ने देकर सम्मानित किया संगत कारों इंद्रजीत पटेल, सुरेंद्र प्रसाद सिंह,अवध नारायण सिंह, नंदलाल , संजय कुमार विश्वकरमा, हीरा पटेल,विजय सैनी,राजेश रवि, ज्योति,शाश्वत शुक्ल,राजू पैड,शिव कुमार कौशल का शब्द सम्मान विश्व प्रकाश रूपन ने किया। भजन संध्या स्थल मंच पर रामोत्सव के चल रहे इस संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन विश्व प्रकाश रूपन ने किया।

रिपोर्ट- मनोज कुमार तिवारी

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