आस्था के पथ पर लाखों श्रद्धालुओं ने की पंचकोसी परिक्रमा

40

परिक्रमा के दौरान भ्रमणशील रहे अधिकारी

अयोध्या। देवोत्थानी एकादशी के मुहूर्त में रामनगरी की पंचकोसी परिक्रमा कार्तिक शुक्ल एकादशी के मुहूर्त लगने के साथ गुरुवार को रात 8ः33 बजे से ही शुरू हो गई थी जो शुक्रवार को शांतिपर्ण सम्पन्न हो गयी। आस्था के पथ पर लाखों श्रद्धालु राम नाम जपते हुए पूरे हौसले से आगे बढ़ते रहे। श्रद्धालुओं के समूह में युवा और प्रौढ़ लोगों के साथ वृद्ध, महिलाएं और बच्चे भी शामिल हुए।

जिलाधिकारी नितीश कुमार ने पंचकोसी परिक्रमा मार्ग को सकुशल व शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने तथा परिक्रमा के दौरान श्रद्वालुओं को समस्त मूलभूत सुविधाओं को सुचारू रूप से सुगमता के साथ उपलब्ध कराये जाने के दृष्टिगत की गयी तैयारियों एवं व्यवस्थाओं का परिक्रमा के दौरान विभिन्न स्थलों, मार्गो पर निरन्तर भ्रमणशील रहकर श्रद्वालुओं को उपलब्ध हो रही सुविधाओं तथा भीड़ नियंत्रण का जायजा लेते रहे तथा विभिन्न स्थलों पर तैनात मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधिकारियों आदि श्रद्वालओं को प्रशासन की तरफ से उपलब्ध करायी गयी।

सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु समय-समय पर निर्देशित करते रहे, जिलाधिकारी के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशान्त वर्मा भी लगातार भ्रमणशील रहे और स्थिति का जायजा भी लेते रहे।

जिलाधिकारी नितीश कुमार एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशान्त वर्मा द्वारा अपर जिलाधिकारी नगर/मेलाधिकारी सलिल कुमार पटेल तथा अन्य मजिस्ट्रेट के साथ लता मंगेशकर चौक, नयाघाट, राम की पैड़ी, सरयू आरती स्थल, लक्ष्मण किला घाट, ऋणमोचन घाट, झुनकी घाट, हनुमान गुफा, रामघाट, उदया चौराहे से गैस गोदाम चौराहा, बड़ी बुआ रेलवे क्रासिंग सहित विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचकर परिक्रमा कर रहे श्रद्वालुओं को उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं के साथ भीड़ नियंत्रण आदि की स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहे थे।

इस दौरान दोनों अधिकारियों द्वारा लगातार भ्रमणशील रहकर श्रद्वालुओं के लिए की गयी व्यवस्थाओं, शौचालयों के क्रियान्वयन व उसके साफ सफाई, चिकित्सा उपचार केन्द्रों पर उपलब्ध सुविधाओं, पेयजल आदि की व्यवस्था को भी देखा गया तथा बेहतर ढंग से समस्त सुविधायें श्रद्वालुओं को उपलब्ध हो इसके लिए सभी को आवश्यक निर्देश भी दिये गये।

इस दौरान जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा ड्युटी पर तैनात सभी मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ शालीन एवं सहयोगात्मक व्यवहार करते हुये अपने दायित्वों का समयक निर्वाहन करने के निर्देश दिये गये।

इस दौरान श्रद्वालुओं से भी दोनों अधिकारियों ने उपलब्ध हो रही सुविधाकाओं का फीडबैक भी प्राप्त किया। परिक्रमा में आये हुये श्रद्वालुओं द्वारा जिला प्रशासन द्वारा की गयी व्यवस्था एवं उपलब्ध करायी गयी सुविधाओं की सराहना की।

विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में शुक्रवार को पंचकोसी परिक्रमा में आए श्रद्धालुओं को विधिक जानकारियां दी गई। प्राधिकरण की ओर से परिक्रमा मार्ग स्थित ध्यान भवन के सामने लगाए गए जागरूकता शिविर का उद्घाटन प्राधिकरण के नोडल अधिकारी शैलेंद्र सिंह यादव व सचिव श्रीमती रिचा वर्मा द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटकर किया गया।

जिसके बाद इन दोनों न्यायिक अधिकारियों ने परिक्रमा कर रहे श्रद्धालुओं को लोक अदालत से संबंधित विधिक जानकारियां दी और हुए अपने वाद लोक अदालत में निस्तारित कराने का सुझाव दिया।परिक्रमा में पूरे समय चले इस जागरूकता शिविर के दौरान श्रद्धालुओं को पंपलेट का भी वितरण कर उन्हें जागरूक किया गया।

शिविर के समापन के बाद नोडल अधिकारी श्री यादव ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत ने सभी प्रकार के शमनीय आपराधिक मामले,चेक बाउंस से संबंधित धारा 138 एन आई एक्ट व बैंक रिकवरी,मोटर दुर्घटना प्रतिकर वाद,बिजली एवं जल के बिल से संबंधित शमनीय दंड वाद,राजस्व एवं सिविल वाद तथा आर्बिट्रेशन से संबंधित इजराय वाद का निस्तारण कराया जा सकता है।

इसी क्रम में प्राधिकरण सचिव श्रीमती वर्मा ने बताया कि आज न्यायालयों में मुकदमों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।ऐसे में केवल लोक अदालत ही एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए दोनों पक्षों की सहमति और आपसी सुलह समझौते से वाद का निस्तारण किया जा सकता है।लोक अदालत का फैसला, अंतिम फैसला होता है और इस फैसले के खिलाफ अपील नहीं की जा सकती। शिविर में प्राधिकरण के कर्मचारियों के साथ कई अन्य लोग भी मौजूद रहे।

रिपोर्ट- मनोज कुमार तिवारी

Click