उभयलिंगी समाज के हजारों लोगों का लगा जमघट

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रायपुर। कार्यशाला में 15 राज्यों से इस समुदाय के लोगों को बुलाया गया था। जिसमें 9 राज्यों क्रमश: राजस्थान, ओडिशा, केरल, बिहार, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, दिल्ली सहित छत्तीसगढ़ के उभयलिंगी समुदाय के लगभग एक हजार प्रतिनिधि और प्रतिभागी शामिल हुए।

कार्यक्रम में उभयलिंगी व्यक्तियों के स्वास्थ्य, शिक्षा, पुनर्वास और सामाजिक स्थिति संबंधी विषयों पर चर्चा की गई।

इस अवसर पर शासकीय दिव्यांग महाविद्यालय रायपुर के विद्यार्थियों ने गीतों की सुमधुर प्रस्तुति दी। इस अवसर पर उभयलिंगी समुदाय के पुलिस और बस्तर फाईटर्स में नियुक्त आरक्षकों ने राज्य सरकार का उनके सहयोग के लिए आभार प्रदर्शित किया।

समाज कल्याण विभाग के सचिव भुवनेश यादव ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा उभयलिंगी समुदाय के सामाजिक और आर्थिक पुनर्वास के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। अब तक राज्य में 3060 उभयलिंगी चिन्हांकित किए गए हैं, जिन्हें पहचान पत्र जारी किया जा रहा है। राज्य के विभिन्न जिलों में उभयलिंगी समुदाय के लिए सामुदायिक भवनों के निर्माण के लिए भूमि का चिन्हांकन भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से अंतर्विभागीय समन्वय कर उभयलिंगी व्यक्तियों को विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ पहुंचाने के उददेश्य से समाज कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में उभयलिंगी कल्याण बोर्ड का गठन किया गया है। सभी जिलों में जिला स्तरीय समितियों का गठन किया गया है। उभयलिंगी व्यक्तियों की गतिविधियों तथा नवाचार को बढ़ावा देने के उददेश्य से टॉस्क फोर्स का गठन भी किया गया है।

विभाग की ओर से पुलिस सेवा भर्ती परीक्षा में चयन कराने के लिए उभयलिंगी व्यक्तियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया था, जिसके परिणामस्वरूप 13 उभयलिंगी व्यक्तियों का पुलिस आरक्षक और 9 उभयलिंगी व्यक्तियों की नियुक्ति बस्तर फाईटर्स के लिए हुई है।

उभयलिंगी व्यक्तियों की सेक्स रिएसाइनमेन्ट सर्जरी (एस.आर.एस.) के सम्बन्ध में राज्य नीति का निर्माण किया गया है। जिसे जल्द ही लागू किया जायेगा। डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय, रायपुर में निःशुल्क एस.आर.एस. की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसी तरह प्रत्येक गुरुवार को एक घण्टा ओ.पी.डी. की सुविधा भी प्रारंभ की गई है।

निर्वाचन प्रक्रिया में भागीदारी बढ़ाने पहल

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय और राज्य शासन के समाज कल्याण विभाग की ओर से निर्वाचन प्रक्रिया में दिव्यांग एवं थर्ड जेंडर समूह के नागरिकों की भागीदारी बढ़ाए जाने के लिए आज संवाद सेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यशाला में दिव्यांगों और थर्ड जेंडर के कल्याण के लिए काम करने वाले एनजीओ, समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों तथा थर्ड जेंडर समुदाय के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए दिव्यांगों और थर्ड जेंडर के लिए भारत निर्वाचन आयोग की ओर से उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की जानकारी दी। कार्यशाला में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी शिखा राजपूत तिवारी, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विपिन मांझी, समाज कल्याण विभाग के अपर संचालक पंकज वर्मा और छत्तीसगढ़ में पी.डब्ल्यू.डी. स्टेट आइकॉन चित्रसेन साहू भी शामिल हुए।

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