रायबरेली -कलेक्टर के आदेश को शहर से गांव के कई स्कूलों ने ठेंगा दिखाया है। प्रशासन ने भीषण सर्दी को देखते हुए प्री प्राइमरी से लेकर कक्षा 8 तक किया था, लेकिन निजी विद्यालय संचालकों ने आदेश को दरकिनार कर दिया। पुष्टि आज सुबह उस समय हुई जब कंपकंपा देने वाली सर्दी में भी स्कूली बसें छोटे-छोटे बच्चों को स्कूल ले जाने के लिए घर के दरवाजों पर पहुंच गईं। कुछ मासूम ऐसे भी थे जो अपने अभिवावको के साथ बैग लटकाकर पैदल-पैदल स्कूल जाते नजर आये। हालांकि कुछ स्कूल संचालकों ने अभिवावको के सवाल-जबाव करने पर कार्यवाही के भय से यह दलील देते हुए बच्चों को घर भेज दिया कि उन्हें कलेक्टर का आदेश की जानकारी देर से हुई थी।

शहर के leo convent, मनिका रोड स्थित अवध विद्यालय सहित शहर से ग्रामीण क्षेत्रों के दर्जनभर स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति देखी गई। खास बात यह है कि शहर का तापमान दिन दिन गिर रहा है बीती रात भी 8 डिग्री न्यूनतम तापमान रिकार्ड किया गया। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर ने कड़ाके की ठंड के कारण सभी प्री- प्राइमरी स्कूल से लेकर आठवीं कक्षा के स्कूलों के समय में बदलाव करने के आदेश जारी किए थे लेकिन स्कूल संचालकों की मनमानी के आगे कलेक्टर का आदेश फीका पड़ गया। जबकि आदेश साफ लिखा था की यदि कोई विद्यालय इस आदेश का उल्लंघन करता पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन ने स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिए हैं कि वे आदेश का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराएं.
डीएम कार्यालय की ओर से कहा गया है कि ठंड और कोहरे के कारण सुबह के समय दृश्यता कम रहती है. मौसम को देखते हुए यह व्यवस्था अगले आदेश तक लागू रहेगी. जिला प्रशासन ने अभिभावकों और विद्यालय प्रबंधन से सहयोग की अपील की है.
वहीं बदलते मौसम को लेकर सीएम योगी ने भी अफसरों को सचेत कर दिया है. रैन बसेरों में सभी इंतजाम कराने के निर्देश दिए हैं. गौशालाओं में गौवंशों को ठंड से बचाने के लिए व्यवस्था कराने को कहा है. अफसरों को लगातार निरीक्षण करने के लिए कहा है. लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी है.
अनुज मौर्य रिपोर्ट


