कोई खेलकर तो कोई छोटे बच्चों को पढ़ाकर कर रहा समय का सदुपयोग

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कुलपहाड ( महोबा ) । वैसे तो गर्मियों की छुट्टियों में अभी डेढ माह से भी अधिक का समय शेष है लेकिन स्कूली स्टूडेंट्स के लिए लाकडाउन का पीरियड ग्रीष्मावकाश की तरह हो गया है।

स्टूडेंटस इस दौर को अपने तरह से बिता रहे हैं। इंटर की छात्रा श्रुति अग्रवाल को बोर्ड परीक्षा का बचा एक पेपर टलने का अफसोस है उसके अनुसार सेहत और स्वास्थ्य से बडा कुछ नहीं होता है ऐसे में बोर्ड द्वारा लिया गया फैसला उचित है। वक्त के सदुपयोग के संबंध में पूछे जाने पर श्रुति बताती है कि वह छोटे भाई बहनों को पढाने के अलावा भारतीय संस्कृति से जुडे रामायण व महाभारत धारावाहिक भी परिवार के साथ देखती है। एवं थोडा बहुत रसोई में कुछ पकाने का प्रयास करती हूं।

इंटर की छात्रा स्नेहा के मुताबिक पढ पढ कर थक गई थी। कोरोना के बहाने सही खुद को रीचार्ज होने का मौका मिला है। खेलती हूं , सोती हूं , खूब एंजाय कर रही हूं। लेकिन फ्रेड्स एवं स्कूल को भी मिस कर रही हूं।

कक्षा चार की छात्रा आकृति के अनुसार वह रोजाना टीवी देखती है। पजल्स वाले गेम खेलती हूं एवं ड्राइंग बना रही हूं। एवं कार्टून नेटवर्क के सीरियल का मजा लेना नहीं भूलती हूं।

कक्षा तीन के स्टूडेंट स्पर्श के अनुसार मैं खूब सोता हूं। इसके बाद अपनी हैंडराइटिंग सुधारने के लिए हिंदी व अंग्रेजी में सुलेख लिखता हूं, क्योंकि मेरी हैंड राइटिंग बहुत खराब है। जब हाथ में मोबाइल आ जाता है तो गेम खेलता हूं , स्पर्श के अनुसार उसे टीवी पर कार्टून देखना पसंद है एवं इन दिनों वह कार्टून देखने की खूब भडास निकाल रहा है। उसके अनुसार दोपहर में हम सब भाई बहन मिलकर खूब धमाचौकडी मचाते हैं।

रिपोर्टर – राकेश अग्रवाल

Sandeep Richhariya

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