क्रिकेट का बिग बाॅस आईपीएल बाॅयो छतरी के साए में आज से

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राकेश कुमार अग्रवाल

न सीटी न ढोल – मजीरे न पपीरी न दर्शकों का शोर मजाता हुजूम , न चौके – छक्कों पर थिरकती चियर गर्ल्स . इस बार के आईपीएल के नए सीजन को आप बिग बाॅस का घर कह सकते हैं . जहाँ पर न किसी आउटसाइडर की इंट्री है न ही कोई क्वारंटीन हुए बिना बिग बाॅस के हाउस में दाखिल हो सकता है .

कोरोना वायरस ने खिलाडियों और सपोर्टिंग स्टाफ को जिस सुरक्षा घेरे में कैद किया है उसे बायो बबल नाम दिया गया है . आप इसे सुरक्षा छतरी समझ सकते हैं जिसके दायरे में स्टेडियम , होटल , खिलाडी , कर्मचारी, सपोर्टिंग स्टाफ , आयोजक , परिवहन सुविधा , मीडियाकर्मी और सुरक्षाकर्मी शामिल हैं .
इंग्लैण्ड की सुरक्षा कंपनी रेस्ट्रेटा ने टाटा की मेडीकल एंड डायग्नोस्टिक्स को पीछे छोडकर खिलाडियों और टीमों की जैव सुरक्षा का ठेका हासिल किया है . यह कंपनी 2012 के लंदन ओलंपिक खेलों से लेकर इंग्लैण्ड में खेली गई पाकिस्तान – वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज की जैव सुरक्षा का जिम्मा संभाल चुकी है .
19 सितम्बर से शुरु हो रहे आईपीएल के इस सीजन की पूर्णाहुति 53 दिनों बाद 10 नवम्बर को होगी .सभी आठों टीमें लगभग एक माह पूर्व 23 अगस्त को यूएई पहुंच चुकी थीं . सभी टीमों में 20 से 25 खिलाडी शामिल हैं . टीमों के लिए बनाए गए कंटेनमैंट जोन में ही सभी खिलाडी रहेंगे .

2014 के आईपीएल में 20 मैच यूएई में खेले गए थे . लेकिन इस बार की परिस्थितियां सर्वथा अलग हैं . क्योंकि यूएई का तापमान 40-41 डिगरी सेंटीग्रेट तक जा रहा है . गर्मी के साथ साथ उमस भी सभी को हलाकान किए है . सभी टीमों में विदेशी खिलाडी हैं जो इतने ज्यादा तापमान को बर्दाश्त करने के आदी नहीं हैं . एक दो दिन नहीं वरन लगभग दो माह तक इस तापमान में कोरोना के साए में विदेशी धरती और स्थानीय दर्शकों के सपोर्ट के बिना खेलना सहज नहीं है .

लीग राउण्ड के 56 मैचों में से सबसे ज्यादा 24 मैच दुबई में अबु धाबी में 20 और शारजाह में 16 मैच खेले जाएंगे . जिनमें से महज 10 मैच दोपहर में खेले जाएंगे . ताकि खिलाडियों की सेहत पर बुरा असर न पडे . पूरा आईपीएल सीजन का और टीमों की परफोर्मेंस का दारोमदार खिलाडियों की फिटनेस पर आकर टिक गया है . दमखम और स्टेमिना के साथ जिन टीमों के सबसे ज्यादा खिलाडी दो माह तक अपने को फिट रखते हुए खेल कौशल का प्रदर्शन कर पायेंगे इस सीजन की सरताज वही टीम साबित होगी .
इस बार का आईपीएल सीजन पूरी तरह टीवी चैनलों व मोबाइल एप , स्मार्ट फोन और सोशल मीडिया पर आकर टिक गया है .

मैदान में दर्शकों के बिना आईपीएल इस बार कुछ कुछ वैसे ही होने जा रहा है जिस तरह बिना बरातियों के शादी . कोर्ट में जज है . दूल्हा – दूल्हन है . दोनों के माता – पिता और इक्का – दुक्का दोस्त .

लेकिन भारतीय उप महाद्वीप में क्रिकेट के दीवानों के लिए इससे कोई फर्क नहीं पडता .ज्यों ज्यों लीग मैैचों से रोमांच आता जाएगा टीवी स्क्रीनों से प्रशंसकों का जुडाव बढता जाएगा .

कोविड के साए में हो रहा आईपीएल नई खेल संस्कृति गढने जा रहा है . आप भी इस बदलाव का साक्षी बनने को तैयार हैं या नहीं .

Rakesh Kumar Agrawal

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