घटिया स्ट्रीट लाइट व सोलर लाइट आपूर्तिकर्ता रामजी मिश्रा ने फर्म बदल कर कमीशन के दम पर विकास खंड जैतपुर में फिर पसारे पांव

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जैतपुर ( महोबा )। 1200 रुपए कीमत की लाइट के 4500 रुपए निकाले जा रहे हैं।
इसके द्वारा लगभग 4 वर्षों पहले विकासखंड जैतपुर सहित जनपद के अन्य विकास खण्डों में काम शुरू किया पहले इसने श्याम कंस्ट्रक्शन के नाम पर घटिया लाइटों की आपूर्ति की जब उसकी तमाम शिकायतें हुई कई ग्राम प्रधानों ने लिखित रूप से शिकायत की कि 50% से भी अधिक लाइटें खराब पड़ी है तो इसने 2 वर्ष तक काम बंद कर दिया और अब जब नए ग्राम प्रधान आए तो इसने अपनी फर्म का नाम बदलकर नई फर्म हिंदुस्तान ट्रेडिंग कंपनी बनाकर फिर से काम शुरू किया।
विकासखंड में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारियों का व प्रधानों को 50% से भी अधिक कमीशन का प्रलोभन देकर कर रहा है आपूर्ति। विकासखंड में तैनात कर्मचारी कमीशन के दम पर इस राम जी मिश्रा को काम दे रहे हैं।
जबकि यदि इसका पिछला रिकॉर्ड देखा जाए तो इसने अधिकांश गांवों में घटिया लाइटों की ही आपूर्ति की है।

विगत 4 वर्ष पहले यह सप्लायर कर चुका है करोड़ों का घोटाला गांव में आज भी पड़ीं हैं आधी से ज्यादा लाईटें खराब।
ब्लॉक कर्मचारी चुप्पी साधे है क्योंकि इन्होंने लिया है मोटा कमीशन । गांवों को बारहों मास रोशन करने का झुनझुना आखिरकार छलावा साबित हुआ।

ग्राम पंचायत में सोलर लाइट के नाम पर लाखों रुपए फुंकने के बाद भी गांवों के लोग अंधेरा ढोने को मजबूर हैं। दूसरी ओर जिम्मेदार इस अंधेरगर्दी पर फर्म के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाए चुप्पी साधे बैठे हैं।

सरकार की मंशा थी कि गांवों में प्रकाश की समुचित व्यवस्था हो लेकिन भ्रष्टाचार के चलते यह सम्भव नहीं हो सका . सरकारी संस्था नेडा के अलावा अन्य स्थानीय फर्में जो लिखित रूप से दो वर्ष की गारण्टी दे रही थीं उन फर्मों को नजरअंदाज करके अधिकारियों ने बाहरी फर्मों श्याम कंट्रक्शन को काम सौंप दिया आज हालात यह हैं कि विकास खंड जैतपुर में 60 प्रतिशत लाइटें खराब पड़ी है । विकासखंड के कुछ गांवों को छोड दिया जाए तो ज्यादातर गांवों में सोलर स्ट्रीट लाइटें लगवाई गई।
विकासखंड के अधिकांश गांवों में हिंदुस्तान ट्रेडिंग कम्पनी ,श्याम कंस्ट्रक्शन के द्वारा मुख्य रूप से यह लाइटें लगवाईं गई।

वर्तमान में लगभग गांव में यह लाइटें खराब पड़ी हुई है सबसे ज्यादा गांवों में भी सोलर लाईट खराब पडी हैं . इसके अलावा स्ट्रीट लाइटें भी खराब हैं जिसको न तो ठीक करवाया जा रहा है केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की गई की धनराशि का दुरुपयोग कर इस धनराशि का बंदरबांट किया गया है। यदि विकास खंड जैतपुर की पंचायतों की जांच कराई जाए तो इसके खिलाफ कार्यवाही होना तय है।

रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल

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