चंदन को खाकी का मिला सहारा, सोशल मीडिया ने पिता से मिलाया

सुपर कॉप राकेश कुमार सिंह की वजह से बिछड़ा चंदन अपने परिजनों से मिला

शिवगढ़ (रायबरेली): रास्ता भटके 12 वर्ष के मूक बधिर बालक को 24 घंटे के भीतर उसके परिवारजन के सिपुर्द कर दिया गया। इसमें खाकी ने सबसे अहम भूमिका निभाई। पहले उसे कपड़े दिलाए, भोजन कराया। उसको सुरक्षा दी गई। उसकी फोटो आसपास के थानों व सोशल मीडिया में वायरल की। नतीजा सुखद रहा। बच्चा अपने पिता से मिला और खुशी-खुशी घर को लौट गया।

घटना सोमवार की है। थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। असहन जगतपुर गांव के पास उन्हें ग्रामीणों की भीड़ दिखी। वह रुके और पास जाकर देखा तो एक दिव्यांग बच्चा रोता मिला। क्योंकि वह कुछ और सुन नहीं सकता था, इसलिए एसओ उसे अपने साथ ले आए। पहले बाजार से उसे कपड़े दिलाए और फिर खाना खिलाया। इस बीच उसकी तस्वीर वायरल कर दी गई। आसपास के थानों से संपर्क साधा गया, मगर तुरंत कोई अच्छी खबर नहीं मिली। रात भर बच्चा शिवगढ़ थाने में रहा। उसकी अच्छे से देखरेख की गई। मंगलवार की दोपहर लगभग तीन बजे बच्चे का पिता थाने पहुंचा। उसने अपना नाम मैकू निवासी भुइयन का पुरवा मजरे रानीखेड़ा बताया। कहा कि उसका बेटा चंदन सोमवार की शाम घर से निकला था। काफी खोजबीन की मगर बच्चे का पता नहीं चला। मंगलवार की सुबह उसके जानने वाले ने फोन करके बताया कि चंदन शिवगढ़ थाने में। उसके मोबाइल में फोटो आई है। इस जानकारी पर वह भागकर थाने आया है।

दुर्गेश सिंह चौहान

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