जमाना ‘लाइन’ में लगने का नहीं, ऑनलाइन होने का

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युवाओं ने डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण शिविर में आनलाइन नई तकनीक के साथ साइबर सुरक्षा का पाठ पढ़ा

वाराणसी राजातालाब (21/05/2022)। सोशल मीडिया में सक्रिय रहते हुए किन बातों का ध्यान रखें, साइबर क्राइम से बचने के क्या तरीके हैं, डिजिटल वर्ल्ड में किस तरह गोपनीयता और सुरक्षा बनाएं रखें, मनरेगा मज़दूर यूनियन के ओर से आराजी लाइन ब्लाक के समक्ष यूनियन सभागार में चल रहे समर कैंप में शनिवार को डिजिटल प्रशिक्षण शिविर में कोरोना काल के समय से बढ़ते साइबर अपराधों के प्रति लोगों को जागरूक किया गया।

राशन वितरण और पेंशन, आवास, बिल पे से लेकर शिकायत तक सभी काम पेपरलेस तरीके से किए जा रहे हैं. आधार कार्ड के लिए एप्प, बैंकिंग के लिए एप्प, मैसेजिंग के लिए एप्प और न जाने किस-किस तरह की एप्प हम डाउनलोड करते हैं। जिसके मद्देनजर सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित ग्रामीण युवाओं को डिजिटलीकरण, आनलाइन पेपरलेस शिकायत, सुझाव के विभिन्न एप से परिचित कराने के लिए आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर कार्यशाला में फेसबुक, इंट्राग्राम, ट्वीटर, जीमेल, गूगल मैप, गुगल सर्च, डाटा एनालिस, फ्लीकार्ट, अमेजन, पीजी, आईजीआरएस, यूपीकाप, आरोग्य सेतू, आरटीआई, आरटीई, भूलेख, ई-कोर्ट एवं सरकारी जन पोर्टलों सोशल मीडिया, पेपरलेस के विभिन्न प्लेटफॉर्म की तकनीक स्वरूप के बारे में जानकारी ट्रेनिंग दी गई।

बतौर प्रशिक्षक सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने युवाओं के भविष्य के लिए सोशल मीडिया की उपयोगिता पर कार्यशाला मे ग्रामीण युवाओं को सोशल मीडिया, डिजिटल, आनलाइन, पेपरलेस शिकायत सुझाव आदि एप के बारे अहम जानकारियां बहुत बेहतरीन तरीके से उपस्थित प्रतिभागियों को समझाया और कहा कि जमाना लाइन में लगने का नहीं अब ऑनलाइन होने का है।

इस कार्यशाला में भाग ले रहें लोगों को बताया गया कि आप कैसे घर बैठे अपनी शिकायत और सुझाव पीएम से लेकर सीएम तक पहुंचा सकते हैं। अलावा रोजमर्रा की जरूरतें डिजिटल प्लेटफॉर्म पर विभिन्न एप्स के माध्यम से घर बैठे सरल और आसानी से पूरी कर सकते हैं। इससे उन्‍हें अपनी समस्या की शिकायत व सुझाव के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने होंगे। पेपरलेस सिस्टम के तहत सभी विभागों की ऑनलाइन शिकायतें घर बैठे मोबाइल, लैपटॉप, कम्प्यूटर, स्मार्टफोन, टैबलेट के जरिए दर्ज कराई जा सकती है।

मनरेगा मज़दूर यूनियन के संयोजक सुरेश राठौर ने बताया कि प्रशिक्षण शिविर का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को साइबर जगत के नकारात्मक पहलुओं से अवगत कराते हुए इंटरनेट पर उनके लिए सुरक्षित माहौल तैयार करना है। इसके तहत तीन मुख्य उद्देश्यों पर काम किया गया। इनमें डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना, साइबर क्राइम के बारे में जागरूकता लाना और साइबर क्राइम से निपटने के लिए सुरक्षा के मौजूदा टिप्स के बारे में जानकारी देना शामिल है जिससे पीड़िताओं, छात्राओं को जागरूक बनाकर उन्हें सुरक्षा कवच दिया जा सकता है। संचालन रेनू पटेल ने किया।

इस दौरान सुरेश राठौर, राजकुमार गुप्ता, मुस्तफ़ा, श्रद्धा नेहा, प्रियंका, अली हसन, अरमान, रेनु, रीना, निशा, सीता, रोहित, अजय, प्रीति, मधु आदि लोग उपस्थित रहे।

धन्यवाद
द्वारा
राजकुमार गुप्ता
वाराणसी

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