जिला चिकित्सालय रायबरेली बना जंग का अखाड़ा

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रायबरेली-जिला चिकित्सालय (District Hospital) बना जंग का अखाड़ा। यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि जिला अस्पताल के 50 से अधिक कर्मचारियों ने किये जा रहे अभद्रतापूर्ण ब्यवहार की लिखित शिकायत करते हुए विभगीय कार्यवाही करने की मांग की।

कर्मचारियो की समस्याओं और उत्पीड़न को दृष्टिगत करते हुए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद रायबरेली ने (13 बिंदुओं का मांगपत्र ) 6 अक्टूबर 22 से आंदोलन करने की नोटिस दी।

राजकुमार मंत्री ने आरोप लगाया कि वर्तमान समय मे जिला चिकित्सालय के कर्मचारी डॉ जे के लाल के अभद्र ब्यवहार से परेशान होकर लिखित में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से शिकायत की।

डीपीए, फार्मासिस्ट फेडरेशन, डीपीआरए, राजकीय नर्सेस संघ के साथ-साथ चतुर्थ श्रेणी चिकित्सा कर्मचारी संघ रायबरेली ने कर्मचारियों की समस्याओ के निराकरण करने के साथ-साथ कर्मचारियो के साथ किये जारहे अभद्रता के विरुद्ध कारवाही की मांग की। परन्तु मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के द्वारा संगठनों से दो पक्षीय वार्ता करके समस्या का निराकरण कराने की कोई कोशिश नहीं की, जो शासन के निर्देशों के विरुद्ध है।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के उदासीनता को देखते हुए परिषद के पदाधिकारियों द्वार आंदोलन करने का निर्णय लिया है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के तानाशाही रवैये से कर्मचारी हतोत्साहित हैं। कर्मचारियों के एरियर और एसीपी का भुगतान नही हो रहा है।
कर्प्रमचारियों की प्रमुख मांगें-

1,फार्मासिस्ट के डियूटी लिस्ट 1990 के अनुसार कार्य लिया जाय
2,मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के आदेश दिनांक 8,9,22 को निरस्त किया जाय
3,फार्मासिस्ट सम्बर्ग से लिये जारहे अतिरिक्त कार्य को तत्काल लिपिक संबर्ग के कर्मचारी को करने हेतु आदेश जारी किया जाय
4,सेवा पुस्तिका, जी पी एफ बुक कर्मचारियो को अवलोकन करते हुए हस्तारक्षित कराया जाय
5,डी ए सहित अन्य एरियर का भुगतान किया जाय
6 कर्मचारियो की ए सी पी स्वीकृत के आदेश जारी किया जाय
7,डॉ जे के लाल / डॉ बी आर यादव के विरुद्ध कार्यवाही किया जाय
8, महानिदेश के आदेश 1993 के अनुसार औषधि भंडार का प्रभारी बनाया जाय
9, पुलिस सूचना व मृत्यु प्रमाणीकरण प्रोफॉर्मा को पूर्ण रूप से नियमानुसार चिकित्सक के द्वारा भराया जाय
परिषद के आह्वाहन पर जनपद के कर्मचारी दिनांक 6 ,9 ,22 कोजिला चिकित्साल्य में एकदिवसीय धरना देंगे
7 ,9,22 व 8 ,9,22 को प्रातः काल 2 घंटे का कार्य वहिष्कार करेंगे फिरभी समस्याओ का निराकरण नही हुआ तो दिनांक 10 ,9 22 से कार्यवाहिस्कारकरेंगे
परिषद के मंत्री ने बताया कि मेडिकल फिटनेस की धनराशि सरकारी खाते में न जमा करके जिला चिकित्सालय में वित्तीय अनिमता की जा रही है डिस्पैच व डायरी रजिस्टर लिपिक के हस्तलिप में होना चाहिये जिला चिकित्सल्य में आउट सोर्सिंग के कर्मचारियों से कराया जा रहा है उक्त कार्य बिना किसी आदेश के येसी अनिमताये मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के देख रेख में हो रही है परिषद के मंत्री ने जिला अधिकारी से अपील किया उक्त प्रकरण में ब्यक्तिगत रुचि लेते हुए जिला चिकित्सालय में ब्याप्त अनिमताओ/ समस्याओ को दृष्टगत रखते हुए उक्त का निराकरण कराने का कष्ट करें।

रिपोर्ट- मोहित लखमानी

Anuj Maurya

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