झोलाछाप के ऑपरेशन से किशोरी की हालत बिगड़ी

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दोबारा ऑपरेशन के लिए मांग रहा पैसा।

मरीज के परिजनों ने पुलिस से की शिकायत।

लालगंज (रायबरेली) , कस्बे के सूदन खेड़ा मोहल्ला स्थित एक अवैध निजी नर्सिंग होम में झोलाछाप के इलाज से एक किशोरी की हालत बिगड़ गई। डॉक्टर के दोबारा ऑपरेशन करने के नाम पर रुपए मांगने पर मरीज के पिता ने पुलिस से आशा बहू और झोलाछाप डॉक्टर के विरुद्ध शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की गुहार लगाइ है। क्षेत्र के कुर्मी सराय गांव निवासी लक्ष्मण ने पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में बताया कि गांव की आशा बहू ने पहले फुसलाकर उसकी बेटी अलका को सूदन खेड़ा मोहल्ला निवासी झोलाछाप डॉक्टर के यहां भर्ती करा दिया। डॉक्टर ने 80 हजार रुपए जमा कराकर बेटी की आंतों का ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन सफल न होने पर डॉक्टर ने दोबारा ऑपरेशन करने की बात कही, जिसके लिए अब वह उसे और अधिक रुपए जमा करने के लिए दबाव बना रहा है। पीड़ित ने बताया कि उसने जेवर बेचकर डॉक्टर को 80 हजार रुपए दिए थे। अब वह इलाज के लिए इतने रुपए कहां से ले लाए। पीड़ित ने आशा बहू और झोलाछाप डॉक्टर के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की गुहार लगाई है।

आरोपित झोलाछाप डॉक्टर के अवैध नर्सिंग होम पर कई बार हो चुकी है कार्रवाई

आरोपी झोलाछाप डॉक्टर पहले से भी विवादित रह चुका है। अवैध रूप से नर्सिंग होम संचालित करने को लेकर उस पर केस भी दर्ज हो चुका है। उसके ऊपर अपनी ही बहू का घर में सिजेरियन ऑपरेशन कर मार डालने का आरोप लग चुका है। हालांकि इस मामले में मृतका के परिजनों को धन का लालच देकर मामले को रफा दफा कर दिया गया।


तो क्या आशा बहूओं की इस गोरखधंधे में है भूमिका??
सूत्रों की माने तो कस्बे में अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम व क्लिनिक आशा बहुओं की मिली भगत से फल फूल रहे हैं। गांव में तैनात आशा बहूएं कमीशन के चक्कर में गांव की भोली भाली महिलाओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में न ले जाकर उन्हें असुविधा और समस्या बता कर भृमित करती हैं। मोटे लाभ के चक्कर मे निजी नर्सिंग होम में भर्ती करा देती हैं। जिससे न केवल मरीजों की जेब ढीली होती है बल्कि कभी कभार उनकी जान पर भी बन पड़ती है।

रिपोर्ट- संदीप कुमार फिजा

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