तो क्या योगीराज में बबीता पटेल और सफेदपोश जगतपुर थाना ऐसे चला रहे हैं

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जगतपुर, रायबरेली , जगतपुर की प्रभारी निरीक्षक बबीता पटेल का कारनामा कुछ इस तरह सामने आया। फरियादी राजकुमार पुत्र श्यामलाल गांव शुक्लन का पुरवा मजरे चिचौली ने शुक्रवार को एक प्रार्थना पत्र दिया था कि उनके विरोधी गण नरेश सुरेश और गांव के ही एक भाजपा नेता जबरन पहले नल नरेश द्वारा लगवाए थे। जिसमें नवंबर माह में नरेश और उनके परिजनों द्वारा राजकुमार और उनके भाई पिता भाभी से मारपीट हुई लाठी डंडे कुल्हाड़ियां चली नरेश एवं उनके परिवार के जनों द्वारा राजकुमार और उनके परिजनों को गहरी छोटे पहुंचाई गई। मामला जगतपुर कोतवाली में दर्ज है।

चोटिलो का मेडिकल भी पुलिस ने कराया। मामला न्यायालय में भी चल रहा है। इसी दौरान जब राजकुमार के भाई और पिता रोजी-रोटी की तलाश में भठ्ठे पर कमाने के लिए गए तो मौका पाकर प्रतिपक्षीय गण नरेश सुरेश और गांव के ही भाजपा नेता मौके पर पहुंचे और नाली खुदवा कर उसमें पाइप डलवा रहे थे तो। राजकुमार शिकायत करने थाने पहुंचा तब मौके पर पुलिस को भेज कर पाइप हटवा दिया गया। क्योंकि भूमि विवाद मामला माननीय न्यायालय अपर सिविल जज सीनियर डिवीजन कोर्ट नंबर 18 में विचाराधीन है।

पुलिस ने दूसरे दिन पक्ष एवं विपक्ष दोनों को कोतवाली 10:00 बजे बुलाया। भाजपा नेता के थाने पहुंचते ही बबीता पटेल का सुर बदल गया वह फरियादी राजकुमार को मां बहन की गालियां देने लगी और भाजपा नेता ने भी मां बहन सहित जाति सूचक भद्दी भद्दी गालियां दी और उलटे झूठे मुकदमे में फंसाने की बात कही राजकुमार ने जब मोबाइल से वीडियो बनाना चाहा तो डपट दिया। राजकुमार पुलिस और फौज की तैयारी कर रहा है वह एक विद्यार्थी है इसका डर दिखाते हुए नेता और पुलिस ने उसके खिलाफ झूठे मुकदमे में फंसाकर उसका कैरियर बर्बाद करने की भी बात कही।

जब सूबे के मुखिया यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपराध अपराधियों और थाने में बैठने वाले दलालों को स्वीकार नहीं करते तो क्या वह अपने ही पार्टी के इस कद्दावर नेता की नेतागिरी बर्दाश्त करेंगे या बाहर का रास्ता दिखाएंगे। जहां फरियादियों की समस्या निस्तारण  सत्कार पुलिस अधीक्षक रायबरेली अभिषेक अग्रवाल  जब स्वयं फरियादियों के मुख्यालय पहुंचने पर सबसे पहले पानी पिलाते हैं तब प्रार्थना पत्र लेकर उसका निस्तारण करते हैं वही जगतपुर के प्रभारी का इस तरह की फरियादियों से दुत्कार और सफेद पोश के सुर में सुर मिलना शर्मनाक है। पीड़ित ने मामले की  शिकायत जिला अधिकारी रायबरेली हर्षिता माथुर और पुलिस कप्तान अभिषेक अग्रवाल से भी करने की बात कही है।

रिपोर्ट- मनीष श्रीवास्तव

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