दारोगा के ट्रांसफर पर मिठाई बांटकर ग्रामीणों ने मनाया जश्न

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राजातालाब थाने के दारोग़ा के तबादले से खुशी की लहर

वाराणसी। आपने वो दृश्य देखा ही होगा जब किसी ऐसे टीचर, जिसे बच्चे नापसंद करते हों, के स्कूल न आने पर क्लासरूम में कैसा जश्न का माहौल हो जाता है। या कोई सख्त बॉस छुट्टी पर चला जाए या फिर उसका ट्रांसफर हो जाए तो कर्मचारियों में कितनी खुशी का माहौल होता है। ऐसा ही कुछ हुआ उत्तर प्रदेश में पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में। लेकिन इस बार नजारा थोड़ा चौंकाने वाला था क्योंकि ये जश्न किसी स्कूल या दफ्तर में नहीं बल्कि राजातालाब चौराहे पर मनाया जा रहा था।

क्या है मामला दरअसल वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के राजातालाब थाने के कथित दारोग़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार और मनमानी के आरोप लगाते हुए यहाँ के ग्रामीण नाराज़ और आक्रोशित थे। इनका कहना था कि उनकी कार्यप्रणाली के कारण न तो अपराध पर अंकुश था और न ही अपराधियों पर अंकुश था। बार बार शिकायत के बावजूद इन पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी ऐसे ही कई आरोपों को लेकर राजातालाब के ग्रामीणों में नाराज़गी चल रही थी।

लंबे समय से कार्रवाई और ट्रांसफर की मांग

ये लोग दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई और ट्रांसफर करने की मांग कर रहे थे और आखिर उनकी मांग पूरी हुई। क़रीब एक दर्जन से अधिक उपनिरीक्षकों का ट्रांसफर कर दिया गया और राजातालाब थाने को कई नए उपनिरीक्षक मिले है। अब जैसे ही ये खबर राजातालाब के ग्रामीणों में पहुंची, ग्रामीणों की खुशी का बांध टूट गया

। आखिर उनकी इतने लंबे समय से चली आ रही ख्वाहिश जो पूरी हो गई थी। बस फिर क्या था.. राजातालाब चौराहे पर सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता के नेतृत्व में ग्रामीणों में खुशी में मिठाई बाँटने लगे।

इन्होने एक दूसरे को मिठाई बांटी। जो खुशी ग्रामीणों के चेहरों पर थी, उसे देखकर लग रहा था कि उन्हें कितनी बड़ी राहत मिली है। लेकिन इस खबर के चर्चा में आने के बाद अब लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर थाने का अब क्या होगा, जहां का चार्ज ये नए उपनिरीक्षक साहब लेंगे।

बहरहाल, राजातालाब के ग्रामीण बहुत खुश हैं और इसका इजहार उन्होने जमकर किया। बता दें कि राजातालाब कस्बा चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार शुक्ला रिश्वतख़ोरी में रंगेहाथ एंटी करप्शन टीम ने कुछ दिनों पहले पकड़ा था, वही थाने के कथित दारोग़ा पर ठेला पटरी व्यवसायियों ने मुफ़्तख़ोरी का आरोप लगाया था यानी इस बेईमान दरोग़ा का इक़बाल इतना गिर गया था कि ठेला पटरी व्यवसायियों से मुफ़्त में जूस पी रहे थे और फल खा रहे थे।

  • राजकुमार गुप्ता
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