नई शिक्षा प्रणाली है छात्रों के लिए एवं कलाकारों के लिए उपहार

27

रिपोर्ट – अनुज मौर्य

दिल्ली डेस्क
अंजना वेलफेयर सोसाइटी ने एक वेबीनार का आयोजन किया जिसमें देश भर के स्कूल विद्यालय महाविद्यालय के शिक्षक एवं कलाकारों ने भाग लिया ,अंजना वेलफेयर सोसाइटी ने वेबीनार का आयोजन किया इसमें अंजना वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों की दो प्रस्तुति भी थी जो शास्त्रीय संगीत अंकिता कुमारी एवं शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति डॉक्टर प्रत्याशिता सिंह द्वारा दी गई ,रेनू गुप्ता जो कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर कार्यरत है, श्रीकांत सक्सेना जोकि 500 से अधिक डॉक्यूमेंट्री बना चुके हैं एवं टेली फिल्म शॉर्ट फिल्म्स एवं शॉर्ट फिल्म का भी प्रोडक्शन करते हैं कई बार नेशनल अवार्ड भी मिल चुके एवं कथक नृत्यांगना माया कुलश्रेष्ठ उन्होंने नई शिक्षा प्रणाली को छात्रों तक कैसे कला के साथ जोड़कर पहुंचाया जाए, बतलाया सभी वरिष्ठजनों ने अपने सुझाव दिए एवं माननीय प्रधानमंत्री के द्वारा नई शिक्षा प्रणाली को कला छात्र एवं शिक्षकों के लिए उपहार माना जाना चाहिए।अंजलि मलिक प्रधानाध्यापिका जेपी स्कूल का कहना है कि सीबीएसई का यह आर्ट इंटीग्रेशन प्रोग्राम संपूर्ण एवं सकारात्मक पहल है छात्रों के लिए इससे उनका पूर्ण विकास हो सकता है और इस इंटीग्रेशन प्रोग्राम के जरिए हम एक सशक्त भारत का निर्माण कर सकते हैं!

संगीतज्ञ रेनू गुप्ता जी ने बताया की इस शिक्षा प्रणाली में सभी छात्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा एवं जिसका जो रुझान है उसे वह करने का मौका मिलेगा।

श्री श्रीकांत सक्सेना बतलाया कि यह शिक्षण समिति कलाकारों के लिए भी रोजगार देगी क्योंकि आजकल कलाकारों के लिए एक ही बड़ा कठिन समय है जिसमें उन्हें टेक्नोलॉजी को समझ कर अपने लिए रोजगार के साधन ढूंढना है।

रमिंदर कौर जो कि गुजरात के स्कूल की प्रधानाध्यापिका है, उन्होंने कहा कि यह वास्तव में एक बड़ा ही सशक्त कदम है इसमें कलाकार एवं हमारी सभ्यता को सम्मान मिलेगा ,कथक नृत्यांगना माया कुलश्रेष्ठ ने कहा की कला सिर्फ सीखने यह सिखाने तक नहीं है अगर हम छात्रों को समझाएं कि यह पूरा संसार सिर्फ एक नाद पर टिका हुआ है तो उनके लिए अचरज होगा ऐसे बहुत सारे बातें जो हमारी संस्कृति सभ्यता की है जो हमें सबसे अलग बनाती हैं,शायद वह जानते ही नहीं हैं यह एक अच्छी कोशिश साबित होगी क्योंकि युवा हमारे देश का भविष्य है !अंजलि मलिक प्रधानाध्यापिका का कहना है कि सीबीएसई का यह आर्ट इंटीग्रेशन प्रोग्राम संपूर्ण एवं सकारात्मक पहल है छात्रों के लिए इससे उनका पूर्ण विकास हो सकता है और इस इंटीग्रेशन प्रोग्राम के जरिए हम एक सशक्त भारत का निर्माण कर सकते हैं।

संगीतज्ञ रेनू गुप्ता जी ने बताया की इस शिक्षा प्रणाली में सभी छात्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा एवं जिसका जो रुझान है उसे वह करने का मौका मिलेगा
श्रीमती मीता भंदुला नोएडा के प्रतिष्ठित विद्यालय की प्रिंसिपल है उन्होंने बताया कि यह शिक्षा नीति बच्चे के बस्ते के बोझ को कम करेगी और वह अब अपने मनपसंद विषय के साथ ज्यादा से ज्यादा सीख समझ सकता है जो कि उसके बौद्धिक स्तर के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी संस्था के अध्यक्ष श्री मनीष कुलश्रेष्ठ ने कहा की हमारी कोशिश यह है कि हमारी इस मुहिम के जरिए कलाकारों को भी उनके जीवनयापन के लिए नए रोजगार की व्यवस्था हो पाए कथक नृत्यांगना माया कुलश्रेष्ठ ने कहा की कला सिर्फ सीखने यह सिखाने तक नहीं है अगर हम छात्रों को समझाएं कि यह पूरा संसार सिर्फ एक नाद पर टिका हुआ है, तो उनके लिए अचरज होगा ऐसे बहुत सारे बातें जो हमारी संस्कृति सभ्यता की है जो हमें सबसे अलग बनाती हैं, शायद वह जानते ही नहीं हैं यह एक अच्छी कोशिश साबित होगी क्योंकि युवा हमारे देश का भविष्य है !श्रीमती आशा भाटिया जो कि इंदौर के एक प्रतिष्ठित स्कूल की प्रिंसिपल है, ने इस संबंध में कहा की कक्षा ६ से व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की शिक्षा दी जाएगी जिसमें विद्यार्थियों को कई विकल्प दिए जाएगे। जिसमें इंटर्नशिप शामिल होगी। पारंपरिक भाषाएं और साहित्य विकल्प के रूप में उपलब्ध होंगे इस नीति के द्वारा सीखने में प्रत्येक स्तर में सुधार होगाश्री मोहन प्रदीप शर्मा खेल जगत में अपना एक स्थापित नाम रखते हैं उनके अनुसार यह शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांति लाने का समय है यह समय इन नीतियों पर अमल कर कर युवा को साहसी एवं पूर्ण विकसित मानव बनाना है।

Click