पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को उतारा मौत के घाट

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पति की हत्या करने वाली महिला सहित तीनों आरोपी गिरफ्तार

सतना – सतना शहर अन्तर्गत कोलगवां थाना पुलिस ने जिले में पहली बार मानव डमी का परीक्षण का करते हुए पटवारी की संदिग्ध मौत के मामले का सनसनीखेज खुलासा किया। पुलिस ने सुनियोजित ढंग से पति की हत्या करवाने वाली पत्नी को उसके कथित प्रेमी व सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक घटनास्थल पर मृतक का जो मोबाइल फोन मिला उसमें कोई भी डैमेज नहीं था। इस पर कोलगवा पुलिस को शक हुआ कि यह मोबाइल ऊपर से गिरा नहीं बल्कि उसे किसी ने रखा है। ऊपर इमारत से गिरा शव 14 फीट की दूरी पर गिरा था। शव इतना दूर गिरना संभव नहीं है। इन दोनों ही सूरत में एफएसएल अधिकारी एवं कोलगवा पुलिस को संदेह हुआ। इसकी पुष्टि हेतु पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में मानव डमी का घटना स्थल पर परीक्षण किया गया। परीक्षण से यह तथ्य सामने आया कि कोई व्यक्ति ऊपर इमारत से गिरता है या कोई उसे धक्का देता है अथवा वह व्यक्ति आत्महत्या के लिए कूदता भी है तो वह 6 से 7 फिट के आगे नहीं जा पाएगा। इससे यह पुष्टि हुई कि व्यक्ति की हत्या नीचे हुई थी।

सतना पुलिस ने पहली बार मृतक की हाइट एवं वेट का एक डमी तैयार किया। फिर उसे तीन बार ऊपर से नीचे गिरा कर टेस्ट किया गया कि यदि कोई व्यक्ति स्वाभाविक रूप से नीचे गिरेगा तो कितना दूर जाएगा। कोई धक्का देगा तो कितना दूर तक जाएगा। इन्हीं चीजों का परीक्षण किया गया। इस परीक्षण में पाया गया कि जिस स्थान पर डेड बॉडी मिली थी उसकी आधी दूरी पर भी कोई व्यक्ति नहीं पहुंच सकता है। यदि उसे ऊपर इमारत से धक्का दिया जाए तो इससे यह सिद्ध हुआ कि ऊपर से व्यक्ति को धक्का देने के बाद नीचे भी उसके साथ हाथापाई हुई और उस पर पत्थर से वार करके हत्या की गई है।

घटना विवरण-
विगत दिनों दिनांक 31 व 1 मई की दरमियानी रात्रि में थाना कोलगवां अंतर्गत पटवारी संदीप सिंह पिता छोटेलाल सिंह 32 वर्ष की संदेहास्पद रूप से छत से गिरने से मौत हो गई थी। पटवारी संदीप सिंह, कैलाश गुप्ता के किराये के मकान में रहते थे, जो सगौनी में पटवारी के पद पर पदस्थ थे। जिसकी मृत्यु दिनाँक 1/6/2020 की रात्रि छत से गिरने के कारण हुई थी। सूचना प्राप्त होने पर थाना प्रभारी कोलगवां द्वारा तत्काल घटना स्थल पहुचकर फॉरेंसिक टीम एवं डॉग स्क्वाड को सूचित किया गया। जिनके द्वारा घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण करते हुए घटना स्थल से आवश्यक साक्ष्य को जप्त किए गए। मृतक के शासकीय कर्मचारी होने एवं मृत्यु संदेहास्पद होने से थाना प्रभारी कोलगवां द्वारा तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया था। पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं नगर पुलिस अधीक्षक द्वारा स्वयं घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए थाना प्रभारी कोलगवां को बारीकी से जाँच करने हेतु निर्देशित करते हुए सभी आवश्यक साक्ष्य एकत्रित करने के लिए निर्देशित किया गया। थाना प्रभारी कोलगवां द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों से प्राप्त आदेश-निर्देशों के बाद सक्रियता के साथ मुखबिर तंत्र को चारो तरफ फ़ैलाया गया एवं संदेहियों की पहचान करके उनके मो. नंबर को सर्विलांस में डाला गया। जिससे मृतक की पत्नी (परिवर्तित नाम) रश्मी सिंह की गतिविधियां संदेहास्पद होने पर उससे लगातार एवं बारीकी से पूछताछ की गई। जिसने जुर्म कबूल करते हुए सम्पूर्ण घटना का खुलासा किया। उसने बताया कि मैं संतोषी माता मंदिर के पीछे अपने पति के साथ किराए के मकान में रहती हूं। मेरे पति पटवारी है तथा मेरी दो बेटियां है जो बोनांजा स्कूल में पढ़ती हैं। मेरे पति हमेशा मेरे साथ लड़ाई-झगड़ा एवं मारपीट करते रहते थे। बेटियों को स्कूल छोड़ने जाते वक्त मेरी पहचान अनूप सिंह से हो गयी। जो मुझसे प्यार करने लगा। पति द्वारा दी जा रही प्रताड़ना को मैंने अनूप से बताया तो वह काफी गुस्से में होकर पति को जान से मारने एवं मेरे साथ हमेशा रहने की बात करने लगा। एक दिन मेरा प्रेमी अनूप मेरे घर आया उसी समय मेरे पति भी आ गए जिन्होंने मुझे औऱ अनूप को साथ मे देख लिया। जिससे वह हम लोगो के साथ मारपीट एवं गाली गलौच करने लगे। इससे पहले भी मेरे एक्सीडेंट होने पर हॉस्पिटल में इन लोगो का झगड़ा हो गया था। अपने पति की हरकतों से मैं काफी परेशान थी। करीब 15 दिन पूर्व मै, अनूप औऱ उसका दोस्त सनी सिंह मिले एवं मेरे पति को जान से मारने की योजना बनाई। योजना अनुसार घटना के 2-3 दिन पहले से अनूप एवं सनी घर के नीचे आकर मौके की तलाश में रहते थे। किंतु योजना अनुसार मौका न मिलने से फिर वापस चले जाते थे। घटना दिनाँक को रात्रि करीब 11 बजे मेरे पति खाना खाकर रोजाना की तरह मोबाइल लेकर छत में चले गए। रात्रि करीब 12 बजे से 12:30 के बीच मैंने दबे पाव नीचे जाकर मेन गेट का दरवाजा खोला एवं अनूप को घर के अंदर करते हुए अनूप के साथ दोनों लोग चुपके से छत पर गए। जहां मेरा पति छत की बाउंड्री में बैठकर रोजाना की तरह मोबाइल चलाने में व्यस्त था। अचानक हम दोनो लोगो को देखकर चौंक गया एवं भागने का प्रयास करने लगा। उसी वक़्त अनूप ने उसे तेजी से पकड़ लिया और झूमाझटकी हुई। मेरे पति को अनूप ने छत के नीचे फेंक दिया। हम दोनों लोग तेजी से नीचे आए। अनूप को बाहर निकालकर मेन गेट में ताला बंद कर फिर छत चली गयी। मैंने देखा कि मेरा पति जोर जोर से चिल्ला रहा था, तभी अनूप पास पड़े पत्थर को उठाकर मेरे पति के सिर पर पटक दिया और अन्य चीजों से भी लगातार वार किया, जिससे उसकी मृत्यु हो गयी। मैंने शनि सिंह जो पास में कही छुपकर बैठा था, उसको दो- तीन मैसेज किया कि अनूप यहां बैठा है इसे ले जाओ। थोड़ी देर में शनि सिंह आकर अनूप को ले गया। मैंने छत में पड़े पति का मोबाइल एवं मेन गेट की चाबी किचेन में छुपाकर रख दी। करीब दो घंटे बाद मैं अपने पति को ढूढ़ते हुए मकान मालिक के साथ बाहर गयी एवं पति के लाश को देखकर पास बैठकर रोने लगी। जाँच पर से हत्या का अपराध घटित होना पाए जाने से थाना में अपराध क्र. 636/20 धारा 302, 201, 34, 120 बी भादवि कायम करते हुए विवेचना में लिया गया। महिला आरोपिया को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। आरोपी अनूप सिंह पिता राजबहादुर सिंह 21 वर्ष तथा शनी सिंह पिता गुलाब सिंह 20 वर्ष दोनों निवासी सगमनिया की पता तलाश हेतु थाना प्रभारी कोलगवां द्वारा अलग-अलग टीम बनाकर हर संभावित स्थानों पर दविश दी गयी। आरोपी अनूप सिंह तथा शनी सिंह को भी आज गिरफ्तार कर लिया गया है।

घटना स्थल का रिक्रिएशन कराया गया है जिसमे आरोपियों द्वारा जिस प्रकार से घटना का होना एवं योजना बनाकर हत्या करना बताया गया है वही सही पाया गया।

घटना में प्रयोग मोटरसाइकिल भी पुलिस द्वारा जप्त की गई है।महिला एवं आरोपियों का मोबाइल फोन जिसमें इन्होंने आपस में घटना की योजना के बारे में मैसेज किए उसे भी जप्त किया गया है।

Vinod Sharma

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