5 दुर्लभ वस्तुएं जिसे मिल जाए वो ज्ञानी – शिव प्रसाद शुक्ला

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लालगंज, रायबरेली। बेहटा कला में चल रही संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन छतरपुर मध्य प्रदेश से पधारे कथावाचक आचार्य शिव प्रकाश शुक्ला ने कथा के तीसरे दिन ध्रुव चरित्र, भरत चरित्र, अजामिल प्रज्ञान, प्रहलाद चरित्र, धर्म का वर्णन, गजेंद्र मोक्ष आदि भगवान के स्वरूपों का वर्णन बहुत विस्तृत ढंग से श्रोताओं को सुनाया।

बेहटा कला में मुख्य यजमान आशा सिंह व अवधेश प्रताप सिंह के घर पर संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है।

छतरपुर से पधारे कथावाचक आचार्य शिव प्रसाद शुक्ल ने कथा के तीसरे दिन भक्तों को सुनाया की इस संसार में पांच ऐसी दुर्लभ उपलब्धियां हैं अच्छा कुल,अच्छा वैभव,अच्छा सुख, अच्छी विद्या, अच्छा रूप जो किसी कुपात्र को मिल जाए, तो वह दोष बन जाता है और किसी ज्ञानी पुरुष को मिल जाए तो वह इस संसार में अपना यश कीर्ति बना लेता है और वह भगवान का भक्त होता है।

कथावाचक ने बहुत ही सुंदर ढंग से प्रहलाद चरित्र का वर्णन, गजेंद्र मोक्ष का वर्णन, सागर मंथन, बलि बामन प्रसंग, सूर्यवंश व चंद्र वंश का वर्णन बहुत ही विस्तृत रूप में श्रोताओं को सुनाया। कथावाचक ने कहा कि इस संसार का सत्य है कि गुरु अपने शिष्य को संसार से हटाकर भगवान के मार्ग में चलने के लिए प्रेरित करते हैं और और परमात्मा का ज्ञान देते हैं।

वही माता पिता अपने पुत्र को धर्म का ज्ञान अज्ञानता से ज्ञान की ओर ले जाते हैं। भागवत कथा में भजन संगीत आचार्य कुलदीप दीक्षित, रविशंकर शुक्ल, शास्त्री अनुज पांडे, पंकज तिवारी विपिन द्विवेदी व सुरेंद्र चतुर्वेदी ने भगवान के स्वरूपों की भजनों को सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया और पूरा पंडाल भक्त मय बना दिया।

कार्यक्रम के आयोजक शिवेंद्र प्रताप सिंह, भानु प्रताप सिंह व रोहिताश प्रताप सिंह ने आए हुए सभी भक्तजनों को प्रसाद वितरण कर लोगों का आशीर्वाद लिया भागवत कथा में काफी संख्या मे भक्तगण पहुंचकर भगवान की कथा का श्रवण कर रहे हैं।

रिपोर्ट- संदीप कुमार फिजा

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