पानी की टंकी परिसर में भूखे हैं बेसहारा पशु

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प्रतापगढ़। पानी की टंकी परिसर में बंद पड़े बेसहारा पशु को नहीं नसीब हो रहा सूखा भूसा भी। थोड़ा बहुत हरा चारा डालकर पशुओं को रखा जा रहा जीवित। 

जनपद प्रतापगढ़ के विकासखंड मांधाता के ग्राम सभा उसरापुर में अजीबो गरीब दृश्य देखने को मिला जहां पशुओं को पानी की टंकी परिसर में बंद कर गेट में ताला जड़ दिया गया है मवेशियों को पानी नहीं मिल रहा है
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि पशुओं के कारण हम किसान परेशान हैं

ग्रामीण गांव में नहीं बनाई गई अस्थाई गोशाला

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बेसहारा पशु फसल उजाड़ रहे हैं गांव में अस्थाई गोशाला भी नहीं बनी है वही कुछ ग्रामीण इस प्रकरण में इस पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है। वैसे तो मांधाता ब्लॉक में बहुत सी गौशालाए चल रही हैं लेकिन हम लोगों के लिए उसका कोई मतलब नहीं।

जिम्मेदार किसी मामले का संज्ञान नहीं लेते हैं हमारी लोगों की फसल छुट्टा जानवर बर्बाद कर दे रहे हम लोगों को कोई सुनने वाला जिम्मेदार अधिकारी नहीं है मांधाता ब्लॉक में। वहीं ग्राम प्रधान पति हबीब ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा पानी की टंकी के परिसर में मवेशियों को बंद रखा गया है इसकी जानकारी मुझे होने पर मैंने हरे चारे की व्यवस्था मवेशियों के लिए की है। इस पूरे प्रकरण को बीडीओ मांधाता अरुण कुमार के संज्ञान में भी दिया है।

मेरे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पानी टंकी परिसर तक जाने में रास्ता थोड़ा गड़बड़ है लेकिन फिर भी 2 से 3 दिन में मवेशियों को वहां से निकाल कर किसी अस्थाई गौशाला में रखा जाएगा। वहीं सूत्रों की माने तो काफी दिनों से पानी की टंकी परिसर में बंद किए गए हैं मवेशी जिसकी खबर मिलते ही पत्रकारों की टीम पहुंची पानी टंकी परिसर जहां लोगों द्वारा बताई गई बाते सच साबित हुई।

वही सबसे बड़ा सवाल उत्तर प्रदेश सरकार के तीन मंत्री आकर प्रतापगढ़ जिले का दौरा करके वापस चले गए लेकिन छुट्टा पशु किसानों की फसल को बर्बाद कर दे रहे हैं इसका जीता जागता उदाहरण कई ग्राम सभाओं में देखा जा रहा है।

-अवनीश कुमार मिश्रा

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