सैनिक की विधवा की ज़मीन पर दबंगों का कब्ज़ा

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पुलिस की मिलीभगत के बाद दर-दर भटकने को मजबूर पीड़िता

वाराणसी। राजातालाब क्षेत्र में एक पूर्व सैनिक की विधवा महिला की जमीन पर दबंगों के द्वारा कब्जा किया जा रहा है। मामले को लेकर पुलिस से भी शिकायत की गई है हालांकि कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीड़िता ने पुलिस पर दबंगों से मिले होने का आरोप लगाया।

राजातालाब थाना क्षेत्र में दबंगो द्वारा पूर्व सैनिक की विधवा महिला की जमीन पर निर्माण कराया जा रहा हैं। जिससे परेशान महिला ने पुलिस से शिकायत कर अवैध निर्माण कार्य को रुकवाने की मांग की हैं। पीड़िता की शिकायत के दो सप्ताह बाद भी स्थानीय पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही हैं। जिससे परेशान महिला ने कहा कि अगर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो वह परिवार के साथ आत्महत्या करने को मजबूर होगी।

राजातालाब थाना क्षेत्र के लश्करिया गाँव में एक विधवा महिला की जमीन पर पाँच दबंग निर्माण करा रहे हैं। पीड़िता राजकुमारी के पति नंदलाल की पूर्व में मौत हो चुकी हैं। राजकुमारी के पति की मौत का फायदा उठाकर दबंग उसकी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं।

पीड़िता ने बताया कि उसका गाटा संख्या 323 शाहंशाहपुर जाने वाले मुख्य मार्ग से सटा है व्यवसायिक उपयोगिता वाला भूखंड हैं। जिस पर गाँव के महेंद्र, सुनील, दिनेश, संदीप उषा विधवा महिला के कमजोरी का फायदा उठाकर उसकी जमीन कब्जा कर रहे हैं।

पीड़िता के मुताबिक पुलिस की शह पर उसकी जमीन कब्जा की जा रही हैं। जब इसकी शिकायत पीड़िता ने जक्खिनी पुलिस चौकी से की तो उन्होंने कोई सुनवाई नहीं की, और बोला कि एसडीएम कोर्ट का स्टे ऑर्डर ले आइए तो हम जमीन पर कब्जा रुकवा सकते हैं।

इस बात से दुःखी विधवा महिला ने उच्चाधिकारियों से भी शिकायत की, लेकिन उसकी एक न सुनी गई। इस बात से आहत महिला ने जब कार्य रोकने के लिए दबंगो से बोला तो दबंगो ने उसे धक्का देकर वहां से भगा दिया, दबंगो ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि जहां जाना हो जाओ तुम हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे, पुलिस पूरी तरह से मैनेज हैं

जब पीड़िता ने पुलिस से शिकायत के बाद निर्माण कार्य रोकने का विरोध किया तो जक्खिनी पुलिस उसके बेटे को पकड़ ले गए, और दबंगो ने उसके साथ गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी हैं।

इस बात से पीड़िता का पूरा परिवार खौफजदा हैं, विधवा महिला के परिवार में उसके दो पुत्र व दो पुत्री है, पुलिस की कार्यशैली से परेशान महिला ने बताया कि अगर जिले के उच्चाधिकारियों ने कार्य को नहीं रुकवाया और उसकी बात नहीं सुनी तो वह इन लापरवाह अधिकारियों की शिकायत मुख्यमंत्री से करेगी। अगर फिर भी सुनवाई नहीं हुई तो वह अपने परिवार के साथ आत्महत्या का कदम उठाएगी। हालाँकि पुलिस पूरे मामले की जांच कराने करने की बात कह कर पल्ला झाड़ रही है।

ऐसे में सवाल ये उठता है कि उच्च अधिकारियों के मामला संज्ञान में होने के बाद भी दबंगों का कार्य ना रुकना कहीं ना कहीं पुलिस की लापरवाही को प्रदर्शित करता हैं।

राजकुमार गुप्ता

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