महराजगंज रायबरेली , पूरे देश में चुनावी दुम्दुभि बजने के बावजूद क्षेत्र में चुनाव प्रचार एवं हार जीत के समीकरण कों लेकर किसी प्रकार की गहमागहमी नजर नहीं आ रही। वहीं दलों द्वारा प्रत्याशी की घोषणा ना होने से कार्यकर्ताओं का मतदाताओं से संवाद भी शून्य नजर आ रहा। जानकारी हो की चुनाव आयोग द्वारा वैसे तो लोकसभा के पांचवें चरण की 20 मई तिथि कों सांसद पद पर मतदान होना हैं किन्तु किसी भी दल द्वारा प्रत्याशी की घोषणा ना होने से चौक चौराहों से लेकर होटल एवं पान की दुकानों पर होने वाली चुनावी चकल्लस थमी सी नजर आ रही।
मालूम हो की इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस के खाते में रायबरेली सीट आई हैं जहां से पार्टी की राष्ट्रीय नेता सोनिया गांधी कई बार से जीतती आई हैं। किन्तु सोनिया गांधी के राजस्थान से राज्यसभा सांसद बनने से कांग्रेसी खेमा पूरी तरह शांत नजर आ रहा। दबी जुबान से कांग्रेसी क्षत्रप प्रियंका गांधी से लेकर राजबब्बर तक के यहां से लड़ने के आसार जता रहे वहीं भाजपा से पूर्व में रनर रहे मौजूदा प्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के नाम की भी घोषणा नहीं हुई हैं। गाहे बगाहे भाजपा में जल्द शामिल हुए सपा विधायक मनोज पांडेय का नाम भी प्रत्याशिता सूची में हवा में तैरता बताया जा रहा। उधर बसपा ने भी प्रत्याशी कों लेकर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया हैं।
फिलहाल किसी भी दल से प्रत्याशी की घोषणा ना होने से पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा अपनी अपनी पार्टी के वादों, उपलब्धियों एवं नाकामियों तक कों मतदाताओं तक पहुंचाने में असहज सी स्थिति में नजर आ रहे क्यूंकि मतदाता रीतियों नीतियों से अलग दलों के धुरंधरों से प्रत्याशी का नाम बेबाकी से पूछ जुबां पर ताला लगाती देखी जा रही। इस बाबत भाजपा मंडल अध्यक्ष विवेक पांडेय ने बताया की प्रत्याशी की घोषणा ना होने से बूथ कमेटी कों मजबूत करने का कार्य जारी हैं वहीं ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने बताया की गांधी परिवार से ही प्रत्याशी की जल्द घोषणा होगी, कार्यकर्ता सम्मेलन कर संगठन की खामियों कों दूर किया जा रहा।
रिपोर्ट – अशोक यादव एडवोकेट
प्रत्याशी की घोषणा ना होने से कार्यकर्ताओं का मतदाताओं से संवाद भी शून्य नजर आ रहा
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