बीएमपीएस में हिंदी दिवस धूमधाम से मनाया गया

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सभी भाषाओं का अपना-अपना महत्व – शान्तनु सिंह

लालगंज, रायबरेली। नगर की बहुप्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान बक्शी मेमोरियल पब्लिक स्कूल लालगंज में हिंदी दिवस धूमधाम से मनाया गया। बच्चों और अध्यापकों ने इस अवसर पर अपने-अपने विचार रखें।छात्र-छात्राओं ने हिंदी से संबंधित विभिन्न प्रकार के पोस्टर बनाकर हिंदी दिवस मनाया।

विद्यालय के प्रशासनिक सचिव सिद्धार्थ सिंह ने अपने संदेश में कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा है। करोड़ों भरतवंशियों की धात्री, उनकी पोषिका है। माँ के सशरीर होने, सरूप होने से कहीं महत्वपूर्ण मां की सतत उपस्थिति होती है।

मातृत्व महज कोरी भावना नहीं है, नियत व्यवहार भर नहीं है वह एक चेतना का स्वरूप है। निरंतर विकसित होती सबको समाविष्ट करती,सबको पोसती हुई चेतना और हिंदी हमारी चेतना है।

महान भाषा विद् लुडविग विटगेन्स्टीन ने मातृभाषा के परिप्रेक्ष्य में कितनी सटीक उद्घोषणा की थी कि ‘मेरी भाषा की सीमाएं मेरे संसार की सीमाएं हैं’। मातृभाषा द्वारा प्रदत्त अस्मिता हमारे अस्तित्व का सबसे चटख रंग है, सप्तक का सबसे मुखर स्वर।

जाति, वर्ण, धर्म, लिंग, क्षेत्र इन सबसे ऊपर उठकर भाषा ही संस्कृति को उत्कर्ष प्रदान कर सभ्यताओं का रूप देती है।आज का दिन उसी अस्मिता को जागृत करने का दिन है अपनी पहचान पर गौरवान्वित होने का दिन है और अपनी मातृ स्वरूपा हिंदी की अभ्यर्थना का दिन है।

वहीं विद्यालय के प्रबंधक शांतनु सिंह व प्रबंध निदेशक सुनील सिंह ने अपने संदेश में कहा कि आज अगर देखा जाए तो भाषा अपने विचारों और भावों को प्रकट करने का एक माध्यम होती है हम जहां पर रहते हैं वहां बोली जाने वाली भाषा का ही ज्यादा प्रयोग करते हैं किंतु वास्तव में देखा जाए तो आज के युग में सभी भाषाओं का अपना-अपना महत्व है कोई किसी से कम नहीं।

वहीं विद्यालय की अध्यापिका संगीत सिंह ने हिंदी-दिवस के अवसर पर अपने विचार रखते हुए कहा की हिंदी हम समस्त भारतवासियों की मातृभाषा है इसकी तुलना अन्य भाषाओं से नहीं की जानी चाहिए बिना हिंदी के कुछ संभव ही नहीं। अध्यापक सूर्यकांत व विद्यालय की प्रतिभावान छात्रा वर्तिका सिंह ने अपनी स्वरचित कविता के माध्यम से हिंदी दिवस पर सबको रोमांचित कर दिया।

इस अवसर पर विद्यालय के समस्त अध्यापक व छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे। यह जानकारी विद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी यशबहादुर यादव ने दी है।

रिपोर्ट- संदीप कुमार फिजा

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