बेजु़बानों के लिए मसीहा बना ये शख्स

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दिल्ली डेस्क –कहते हैं कि जिनका कोई नहीं होता उनका भगवान होता है. ये युवा भी बेजुबान जानवरों के लिए मसीहा ही है. दिल्ली के बादूसराय में अपने निजी शेल्टर Vegans United For Animals – VUFA में पिछले कई सालों से सड़क के लावारिस और बेसहारा जानवरों (Stray Animals) को गोद (Adopt) लेकर उनका पालन-पोषण करतेहैं. इस वक्त योगेश के घर में 50 से ज्यादा (Dogs),बिल्लियां (Cats) पले हैं जिनकी देखभाल वो हेल्पर के साथ करते हैं.

जब  योगेश ने  पहले कुत्ते को गोद लिया था तो उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वो और भी कुत्तों को गोद लेंगे मगर आज के समय में उनके पास 50 से अधिक कुत्ते हैं.योगेश ने सोचा है कि वो इतने में ही नहीं रुकेंगे. वो आगे भी बेसहारा कुत्तों को गोद लेते रहेंगे और उनकी सेवा करते रहेंगे

योगेश ऐसे रखते हैं जानवरों की देखभाल

योगेश रोज सुबह 4 बजे उठते हैं और जानवरों के रहने की जगह की सफाई शुरु करते हैं. सफाई के दौरान गंदगी हर रोज निकलती है. इसके बाद वो जानवरों के लिए  चावल, सब्जियां, आदि पकाते हैं. साथ ही वो ये सुनिश्चित करते हैं कि उनके पेट्स की तबीयत ठीक रहे और वो एक दूसरे से ना लड़ें. इन जानवरों की देखरेख में काफी खर्चा भी होता है. योगेश प्राइवेट कंपनी में मैनेजर के पद में कार्यरत हैं  उस नौकरी से मिलने वाली सैलेरी से योगेश इन जानवरों की देखभाल करते हैं.

योगेश ने जानवरों को पालने की बात पर कहा- “लोगों को लगता है कि मैं पागल हूं. मगर ये जरूरी है कि इन जानवरों की देखभाल की जाए. हम सबको एक दूसरे के जीवन का सम्मान करना चाहिए. ये धरती सिर्फ इंसानों के लिए ही नहीं बल्कि जानवरों के लिए भी बनी है.”

सोशल मीडिया पर कई बार होती हैं आलोचना का शिकार

योगेश के इस भले काम के लिए एक ओर जहां लोग उनकी तारीफ करते हैं तो दूसरी ओर कई लोग उनकी आलोचना भी करते हैं. योगेश का शेल्टर  फ्री एन्वॉयरमेंट  में  बना हुआ है इसलिए इतने जानवरों को उन्हें ज्यादा  रखने में परेशानी नही होने पाती  है.

आलोचनाओं के बावजूद योगेश बखूबी अपना काम करते हैं. उनका मानना है कि सड़क पर रहकर इन जानवरों को भुखमरी, बीमारी और एक्सिडेंट का खतरा है. वेन आगे भी और जानवरों को एडॉप्ट करते रहेंगे।

फिलहाल योगेश के कार्यो को देखकर लोग जानवरो की सेवा के लिए उनसे जुड़ने लगे हैं  ।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

Anuj Maurya

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