मझगंवा एसडीएम की मेला बैठक का संत समाज ने किया बहिष्कार

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विकास कार्य न होने से एम पी के चित्रकूट को यू पी में की मिलाने की मांग

चित्रकूट – सतना जिला कलेक्टर के निर्देश पर एस डी एम मझगंवा हेम करण धुर्वे द्वारा चित्रकूट के आगामी माहों में आयोजित होने वाले प्रमुख त्यौहारों और कार्तिक मास में लगने वाले प्रसिद्ध पांच दिवसीय दीपावली मेला को स्थगित किए जाने के लिए बुलाई गई बैठक का संत समाज ने बहिष्कार कर दिया।बैठक में किसी भी बड़े मठ मंदिर के संत – महंत नहीं पहुंचे।चित्रकूट के एम पी छेत्र में मूलभूत समस्याओं जैसे सड़क,सीवर लाइन,तुलसी मार्ग में पुल निर्माण इत्यादि को लेकर संतों में व्यापक आक्रोश व्याप्त है।साथ ही जिला अधिकारी सतना के द्वारा बैठकें आयोजित न किए जाने के चलते भी संतो ने गहरी नाराजगी जताई है। मध्य प्रदेश स्थित धार्मिक क्षेत्र चित्रकूट का उत्तर प्रदेश क्षेत्र में विलय करने की मांग करते हुए चित्रकूट के संत समाज ने कहा कि धर्मनगरी चित्रकूट के एम पी वाले इलाके की हालत बहुत ही खराब है,तो वहीं यू पी के चित्रकूट में विकास देखते ही बनता है। संतो ने कहा कि हम लोग शासन को पत्र लिखकर यह मांग करेंगे कि अगर मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार चित्रकूट एम पी का विकास नहीं कर सकती है तो इस छेत्र का उत्तर प्रदेश में विलय कर दिया जाए। संतो ने आरोप लगाते हुए कहा कि चित्रकूट को लेकर मध्य प्रदेश की सरकार और जिला प्रशासन ही गंभीर नहीं है।इसलिए संत समाज जल्द ही रणनीति बनाकर एम पी वाले चित्रकूट को उत्तर प्रदेश क्षेत्र में विलय कराने की मांग उठाएगा। और केंद्र सरकार से यह मांग करेगा कि मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा लगातार धर्म नगरी की उपेक्षा की जा रही है।इसलिए इसे यू पी वाले चित्रकूट छेत्र में सम्मिलित करते हुए यहां का विकास सुनिश्चित किया जाय।

Vinod Sharma

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