महिला पाँलिटेक्निक कालेज चरखारी में आयोजित विश्व बौद्धिक संपदा कार्यक्रम में रखे विचार

5

महोबा , महिला पॉलिटेक्निक में संस्थागत छात्राओं के साथ विश्व बौद्धिक संपदा संरक्षण एवं शैक्षणिक कार्यक्रम प्रधानाचार्य रवि कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुआ l अनुसंधान में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार एवं आईपीआर मौलिक हैं क्योंकि किसी प्रकार की सुरक्षा के बिना, निवेशक और अन्वेषक अपने रचनात्मक प्रयासों से लाभ नहीं उठा पाएंगे। अधिकारों के मालिक अपने आईपी के अनाधिकृत उपयोग को रोक सकते हैं, नकल करना बंद कर सकते हैं, वितरण को नियंत्रित कर सकते हैं और अपने आईपी को बनाए रख सकते हैं, लाइसेंस दे सकते हैं या बेच सकते हैं।

कार्यक्रम की शुरुआत में  नितिन कुमार, आईटी विभाग के व्याख्याता ने बौद्धिक संपदा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को नवाचार और रचनात्मकता के महत्व को समझाया और उन्हें अपने विचारों की सुरक्षा के लिए प्रेरित किया। इसके बाद दुर्गेश प्रताप सिंह इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के व्याख्याता, ने तकनीकी नवाचारों और उनके बौद्धिक संपदा अधिकारों के संरक्षण पर अपने विचार साझा किए। अनामिका, अंग्रेजी विभाग की व्याख्याता ने भाषा और साहित्य में बौद्धिक संपदा के महत्व पर जोर दिया और छात्रों को उनकी रचनाओं के मूल्य और संरक्षण के बारे में जागरूक किया। अंत में प्रधानाचार्य ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं में उनके कार्य का संरक्षण एवं जिम्मेदारी निभाने व सजग करने का कार्य करना है।

रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल

Click