राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुछेछा में हुआ उन्मुखीकरण कार्यक्रम

24
  • ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 
  • कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए प्रोफेसर डॉ ए. वैशंपायन
  • मुख्य अतिथि ने कहा-निवेश और उद्यमिता में प्रदेश बनेगा नंबर वन
  • कानून व्यवस्था में सुधार से बढ़ रहा प्रदेश में निवेश
  • उत्तर प्रदेश बनेगा वन ट्रिलियन इकोनॉमी वाला प्रदेश

हमीरपुर। कानून व्यवस्था में सुधार से निवेश बढ़ रहा है। निवेश और उद्यमिता में प्रदेश नंबर वन बनने की ओर आगे बढ़ रहा है और जल्द ही इस लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा। उत्तर प्रदेश की पहचान को बदलने के लिए मा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन और मा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लगातार प्रयास हो रहे हैं। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 उसी की एक मजबूत कड़ी है।

उपरोक्त विचार इन्वेस्टर्स समिट 2023 के अंतर्गत राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुछेछा में आयोजित एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए प्रोफेसर डॉ ए0 वैशंपायन (एमेरिट्स प्रोफेसर एवं उपाध्यक्ष आईक्यूएसी ) ,पूर्व निदेशक कृषि विज्ञान संस्थान बनारस हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी ने व्यक्त किए।

इस मौके पर उन्होंने विद्यार्थियों को लखनऊ में आगामी 10 फरवरी से आयोजित होने वाले इन्वेस्टर्स समिट में युवा पीढ़ी को भाग लेने/ उसका अवलोकन करने और देश व प्रदेश के विकास के साथ साथ स्वयं के विकास हेतु प्रेरित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्जवलन व सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुआ। इस मौके पर महाविद्यालय की छात्रा ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।

जिला विकास अधिकारी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस उन्मुखीकरण कार्यक्रम को युवाओं के लिए बहुत उपयोगी बताया।

मुख्य अतिथि प्रो0 ए0 वैशंपायन ने अपने प्रस्तुतिकरण की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शुभकामना संदेश के वीडियो के प्रसारण के साथ की।

इस वीडियो संदेश में मुख्यमंत्री ने विश्व भर के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश हेतु आमंत्रित किया। उन्होंने बताया कि इस ग्लोबल समिट में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सरकार ने खाद्य प्रसंस्करण, पर्यटन सौर ऊर्जा, हैंडलूम, पॉवरलूम, आई0टी0, बायोफ्यूल, फिल्म-मीडिया, इलेक्ट्रिक वाहन, एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट, गेमिंग इंडस्ट्री, खिलौना निर्माण, सिविल एविएशन, हाउसिंग एण्ड रियल एस्टेट सहित विभिन्न सेक्टर्स में औद्योगिक जगत की जरूरतों के मुताबिक नीतियां तैयार की हैं।

सरकार अब शिक्षा में वृद्धि के अलावा अन्य विभिन्न क्षेत्रों जैसे सुरक्षा, इलेक्ट्रॉनिक्स, डेटा सेंटर आदि में नौकरियों की संभावनाएं और उनके विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। प्रोफेसर श्री वैशंपायन ने बताया कि प्रदेश सरकार की नीतियों के परिणाम स्वरूप उत्तर प्रदेश में एक विशाल मानव संसाधन पुल बनना तय है।

निवेश के द्वारा प्रदेश में बहुत अधिक मात्रा में रोजगार सृजन होंगे ,जिससे युवाओं की रोजगार संबंधी समस्याएं दूर होंगी। कहा कि सरकार ने हर क्षेत्र के लिए समुचित बजट का प्रावधान किया है और कई नए स्टार्टअप की योजनाएं भी बनाईं हैं। सारी नीतियां मुख्य रूप से स्वरोजगार और स्वविकास पर केंद्रित हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश को कृषि आधारित व बीमारू प्रदेश की श्रेणी से बाहर लाकर विकसित प्रदेश की श्रेणी में खड़ा करने का काम कर रही है। उन्होंने अपने प्रस्तुतिकरण में प्रदेश सरकार की उन सभी योजनाओं की चर्चा की। जिन्हें नीतिगत परिवर्तन के जरिए निवेश के लिए सरल और सहज बनाया गया है ताकि प्रदेश का युवा अपने उद्यम के सपने को पूरा कर सके। उन्होंने सरकार द्वारा युवाओं में उद्यामिता और निवेश को बढ़ाने के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि इन योजनाओं ने निवेशकों के लिए आसान बनाया गया है, जिससे बिना किसी परेशानी के युवा अपना व्यवसाय शुरू कर सके। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने निवेश के माहौल को और बेहतर करने के लिए नियमों में समयानुकूल बदलाव किए हैं। उन्होंने राज्य की नई औद्योगिक नीति की जानकारी भी दी।

इस दौरान जिलाधिकारी डॉ चंद्र भूषण ने युवाओं के लिए प्रदेश सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं कार्यक्रमों व नीतियों के बारे में जागरूक किया। कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था के तृतीय क्षेत्र में विशेष ध्यान दे रही है यह क्षेत्र असीमित है। अतः जो भी रोजगार व निवेश की योजनाएं हैं उन्हें जाने व उसका लाभ लें। व्यक्ति में जो प्रतिभा और जो जज्बा हो वही करें। अतः योजनाओं की जानकारी करें, जागरूक हो तथा उनका लाभ लें।

उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में वह योग्यता व क्षमता है कि वह सफल उद्यमी बन सकें। पुलिस अधीक्षक शुभम पटेल ने कहा कि प्रदेश व जनपद में कानून व्यवस्था सुदृढ़ हुई है, इससे प्रदेश सहित जनपद में विभिन्न प्रकार की निवेश गतिविधियां बढ़ रही हैं। इससे प्रदेश के विकास को नए पंख लगेंगे।

उन्होंने कहा कि इन्वेस्टमेंट के इस माहौल का लोगों द्वारा फायदा उठाया जाए तथा अधिक से अधिक निवेश गतिविधियों में सहभागिता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या पर हमीरपुर पुलिस के ट्विटर अकाउंट के माध्यम से बताया जा सकता है उनका त्वरित समाधान किया जाएगा।

इस मौके पर महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के संबंध में वाद विवाद कार्यक्रम तथा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। जनपद हमीरपुर की डॉक्यूमेंट्री का प्रसारण किया गया।महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ वंदना वैश्य ने आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।जिलाधिकारी ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

कार्यक्रम का संचालन जलीस खान ने किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि प्रोफेसर वैशंपायन की धर्मपत्नी , अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रमेश चंद्र ,जिला विकास अधिकारी विकास, एलडीएम ,उप निदेशक कृषि हरि शंकर भार्गव, जीएमडीआईसी रवि वर्मा सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी तथा महाविद्यालय की प्रोफेसर/ असिस्टेंट प्रोफेसर सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

  • एमडी प्रजापति
Click