रेड जोन में आगरा रेल मंडल साढ़े तीन लाख टन माल लदान किया

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राकेश कुमार अग्रवाल

कुलपहाड (महोबा)। कोरोना के चलते आगरा और मथुरा के रेड ज़ोन क्षेत्र होने के बावजूद, उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल ने माल लदान में उल्लेखनीय सुधार किया गया है. जबकि माल भाड़ा आय में लगभग ३५% की वृद्धि हुई है।

वर्तमान में चल रही लॉकडाउन अवधि के दौरान उत्तर मध्य रेलवे ने माल गाड़ियों और पार्सल ट्रेनों के संचालन में नई उपलब्धियां हासिल की हैं। उत्तर मध्य रेलवे में समयसारिणी बद्ध पार्सल ट्रेन संचालन 8 अप्रैल से प्रारंभ हुई और तब से 10, 15, 18, 29 और 30 अप्रैल को पार्सल ट्रेनों की शत प्रतिशत समयपालनता हासिल की . जबकि इस अवधि में समग्र समयपालनता 88% के उत्कृष्ट स्तर पर बनी रही। लॉकडाउन के दौरान पार्सल और मालगाड़ियों की औसत गति में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और उत्तर मध्य रेलवे में मालगाड़ियों की गति 50 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक और पार्सल ट्रेनों की औसत गति 75 किलोमीटर प्रति घंटे तक हासिल की गई है।उमरे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी के अनुसार पहले के 23 किलोमीटर प्रति घंटे से मालगाड़ी की औसत गति में 100% से अधिक सुधार के साथ, मालगाड़ियों की औसत गति में वृद्धि के संबंध में उत्तर मध्य रेलवे सभी जोनल रेलवे में सबसे बेहतर है।
गृह मंत्रालय के निर्देश पर रेलवे बोर्ड ने एक मई से श्रमिक स्पेशल” ट्रेनें चलाने की घोषणा की है, जबकि न भी निलंबित हैं। इसमें से महत्वपूर्ण आवश्यकताओं में से एक है। ख़ाली खड़े कोचिंग रैकों का उचित रखरखाव प्रक्रिया शुरू कर दी है। निर्धारित योजना के तहत सभी कोचिंग रैकों का साप्ताहिक तौर पर अनुरक्षण करने के साथ ही और वाशिंग लाइनों पर उनकी साफ-सफाई की जाती है, एवं आवधिक रखरखाव में किसी भी बैकलॉग से बचने के लिए कोच का अनुरक्षण आईओएच शेड में किया जा रहा है। प्रयागराज, कानपुर, झाँसी, ग्वालियर और आगरा में कोचिंग डिपो द्वारा प्रतिदिन औसतन 5 रैकों का अनुरक्षण किया जा रहा है। अनुरक्षण के दौरान डिब्बों के रोलिंग गियर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि लॉकडाउन के दौरान कोचों के बहुत कम मूवमेंट(केवल शंटिंग इत्यादि) के कारण किसी भी समस्या से बचा जा सके, डिब्बों की सफाई, बायो टॉयलेटों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि वे क्रियाशील रहें । कोचिंग रेक के रखरखाव के अलावा उत्तर मध्य रेलवे सक्रिय रूप से अन्य व्यवस्थाओं जैसे स्टेशनों पर सामाजिक दूरी के पालन, सुरक्षा संबंधी योजना आदि के विषय में तैयारी कर रही है।

Rakesh Kumar Agrawal

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