रेलवे स्टेशन इचौली में चित्रकूट एक्सप्रेस के ठहराव के लिए पीएम को लिखा खून से पत्र

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(हमीरपुर) रेलवे स्टेशन इचौली में चित्रकूट एक्सप्रेस के ठहराव के लिए अधिवक्ता सौरभ मिश्रा ने प्रधानमंत्री को लिखा खून से पत्र। जिला मुख्यालय से सत्तर किमी दूर अंतिम छोर में बसे इचौली गाँव के बाशिंदो को जिला मुख्यालय आने जाने के लिए ट्रेन का सफर ही एक सहारा है यहाँ इस क्षेत्र में कोई सरकारी वाहन नहीं चलता है। इचौली रेलवे स्टेशन से एक दर्जन से अधिक गाँव जुड़े है जो इसी स्टेशन से आते जाते है। कानपुर बाँदा रूट में इचौली होते हुए गरीब रथएक्सप्रेस ,इण्टरसिटी एक्सप्रेस, दुर्गएक्सप्रेस, चित्रकूट एक्सप्रेस,कानपुर पैसेंजर सहित आधा दर्जन ट्रेने चलती है। लेकिन इचौली स्टेशन पर एक पैसेंजर गाडी का ही स्टापेज है।

ऐसा नहीं की यहाँ एक्सप्रेस ट्रेन रूकती नहीं थीं। कोरोना महामारी से पहले चित्रकूट एक्सप्रेस का ठहराव इचौली स्टेशन पर था। कोरोना महामारी के समय ट्रेनों का स्टापेज बंद कर दिया गया था जो आज तक़ बंद है। इचौली निवासी सौरभ मिश्रा एडवोकेट ने बताया कि कोरोना महामारी से उबरने के बाद जब देश में ट्रेने सुचारु रूप से चलने लगी फिर भी इचौली स्टेशन में लखनऊ से जबलपुर जाने वाली चित्रकूट एक्सप्रेस का ठहराव दोबारा नही बनाया गया। कई बार मंडलीय रेलवे प्रबंधक झांसी से पत्राचार किया गया परन्तु समस्या हल न होने पर प्रधानमंत्री को अपने खून से पत्र लिख कर उनका इस समस्या की ओर ध्यानाकर्षण का प्रयास किया जा रहा है। अरविन्द शिवहरे ने बताया कि उक्त ट्रेन का ठहराव पुनः न होने से कस्बे व ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों, कस्बे के व्यापारियों, सरकारी संस्थाओं के कर्मचारियों व आम जनमानस को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि इस क्षेत्र से एक मात्र ट्रेन है जो क्षेत्र को प्रदेश की राजधानी लखनऊ से जोड़ती है, भारी संख्या में स्थानीय एवं दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्र के छात्र उक्त ट्रेन के माध्यम से इचौली रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन पढ़ने जाते थे। इस मौके पर सौरभ मिश्रा एडवोकेट, अरविंद शिवहरे, महेश गुप्ता, ओमहरि साहू, डा० केशव नंदन पाल, अनुज कुमार, पवन पाल, ओमजी सहित दर्जनों कस्बावासी उपस्थित रहे।

रिपोर्ट- एमडी प्रजापति

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