जमा पूंजी खत्म , खाने के लाले , घर वापसी की गुहार
राकेश कुमार अग्रवाल
कुलपहाड़ (महोबा)– कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन मजदूर वर्ग पर भारी पड रहा है. काम ठप पडे हैं, जमा पूंजी खत्म हो गई है, घर जाने को बेकरार प्रवासी मजदूरों के समक्ष भोजन के लाले पडे हैं।
बेहतर जिंदगी की आस लिए अपने गांव व घरों से निकले प्रवासी मजदूर हजारों मील दूर देश के विभिन्न हिस्सों में छोटे-बड़े रोजगार धंधों व निर्माण कार्यों में लगे हुए थे। लेकिन कोरोना महामारी फैलने के कारण अब वे लॉकडाउन में जहां-तहां फंस गए हैं। अपने-अपने घर वापसी की टकटकी लगाए मजदूर लगातार बढने लाॅकडाउन से हताश हो चुके हैं। दो हफ्ते लॉकडाउन के बढने से उनकी बेचैनी और बढ़ गई है।
इस बीच उनकी मजदूरी तो बंद हो ही गया, जो थोड़े पैसे बचे थे वह भी खत्म हो गए हैं।
कृषि विज्ञान केन्द्र बेलाताल में बाउंड्री निर्माण कार्य हेतु ठेकेदार 16 मजदूरों को बिहार व झारखंड से लाया था।
पुलिस चौकी इंचार्ज दिनेश सिंह व उपजिलाधिकारी कुलपहाड़ मोहम्मद अवेश से आप बीती बताते हुए इन मजदूरों ने अपनी घर वापसी की गुहार लगाई है।