समाजसेवी बाबू छत्रसाल सिंह ने 125 जरूरतमन्द महिलाओं को दिया होला का तोहफा

70

साड़ियां पाकर खिल उठे महिलाओं के चेहरे

त्यौहारों में फिजूलखर्ची करने की बजाय जरूरतमंदों की मदद करें

रायबरेली। शैल अवधेश पब्लिक हाईस्कूल खजुरों एवं ग्रीन फील्ड पब्लिक स्कूल खजुरों के प्रबंधक बाबू छत्रसाल सिंह ने गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी समाज सेवा की सच्ची मिसाल पेश करते हुए 125 गरीब, बेसहारा, दिव्यांग, विधवा एवं जरूरतमंद महिलाओं को होली के त्यौहार से पूर्व साड़ी का तोहफा दिया है। होली के पर्व से पूर्व साड़ी पाकर महिलाओं के चेहरे खुशी से खिल उठे।

इस अवसर पर समाजसेवी बाबू छत्रपाल सिंह ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रत्येक भारतीय त्यौहार के पीछे कोई न कोई कहानी छुपी है और उस कहानी के साथ ही त्यौहार हमारे देश की एकता एवं अखंडता के परिचायक हैं। जो एक दूसरे के साथ हिल मिलकर रहने एवं खुशियां बांटने का पैगाम देते हैं। इस परम्परा को जीवंत रखने के लिए हम प्रत्येक वर्ष अपने त्यौहार को परम्परागत तरीके से मनाने का प्रयास करते हैं। हमारे त्यौहार भारतीय संस्कृत को संरक्षण प्रदान करने के साथ ही हमें एकता के सूत्र में बांधने का कार्य करते हैं। जिस तरह से एक रोटी को अपनों के बीच बांट कर खाने से उसका स्वाद बढ़ जाता है। उसी प्रकार से त्यौहारों को समुदाय के साथ हिल मिलकर मनाने से त्यौहार की खुशियां बढ़ जाती है।

श्री सिंह ने कहा कि सही मायने में त्यौहारों का मतलब लोगों में खुशियां बांटना है। त्योहारों में फिजूलखर्ची करने की बजाय यदि आप किसी एक व्यक्ति के  चेहरे पर भी मुस्कान लाने में सफल रहे तो मान लीजिए आपका त्यौहार सफल रहा। श्री सिंह ने सभी से अपील करते हुए कहा कि खून पसीना बहा कर एकत्रित किए गए धन को व्यर्थ में उड़ाने से अच्छा है जरूरतमंदों की मदद कर खुशियां बांटे। समाजसेवी बाबू छत्रसाल सिंह के इस कार्य के चारों ओर सराहना हो रही है। इस मौके पर बाबू आनंद सिंह, संजय सिंह वर्मा, प्रमोद श्रीवास्तव सहित विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रहे।

Angad Rahi

Click