सरकारी भवन पर 40 वर्षों से वन माफिया का कब्जा

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दिवाकर त्रिपाठी 

खीरों (रायबरेली) यूपी बोर्ड की हाई स्कूल व इंटर्मीडिएट वर्ष 2020 की परीक्षाएँ मंगलवार से शुरू हो चुकी हैं। परीक्षा को सुचितापूर्वक सम्पन्न कराने के लिए सरकार से लेकर माध्यमिक शिक्षा परिषद एवं प्रशासन बहुत संजीदा है। इसी के तहत खीरों विकास क्षेत्र में न्यू सरस्वती गर्ल्स इंटर कालेज खीरों, श्री दुर्गा इंटर कालेज खीरों, एसएम सिंह केपी सिंह इंटर कालेज लच्छीपुर, जवाहर राजकीय इंटर कालेज सेमरी, महरानीगंज के इंटर कालेज सहित कुल पाँच परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। सभी केन्द्रों पर सभी व्यवस्थाएं चुस्त दुरुस्त हैं। लेकिन जवाहर राजकीय इण्टर कालेज सेमरी परिसर में स्थित सरकारी भवन में ही एक भवन माफिया का बीते चार दशक से कब्जा है। जो परीक्षा की सुचिता पर सवालिया निशान लगा रहा है । केन्द्र व्यवस्थापक ने परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका व्यक्त की गई है। जानकारी के अनुसार जवाहर राजकीय इण्टर कालेज सेमरी का नया भवन का निर्माण सरकार द्वारा बीते लगभग चार दशक पूर्व कराया गया था। जिसका उदघाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह द्वारा किया गया था। इसी परिसर में आवासीय भवन भी बनाया गया था। इस समूचे भवन का निर्माण जिस ठेकेदार द्वारा कराया गया था। उसी ने इस परिसर के अन्दर स्थित समूचे आवासीय सरकारी भवन व चार बड़े हालों व तीन छोटे कमरों सहित आवासीय परिसर के सामने की फील्ड में भी बीते लगभग 40 वर्षों से कब्जा कर रखा है। आवासीय भवन में उक्त भवन माफिया ने कब्जा तो कर ही रखा है। साथ ही दो बड़े हालों में पशुओं को बांधता है, एक बड़े हाल में भूसा व एक बड़े हाल में चारा मशीन आदि के अलावा छोटे कमरों में कबाड़ लगा रखा है । शेष फील्ड में खेती की जा रही है जिसमें हरा चारा, गेहूं, अरहर आदि की फसल लहलहा रही है। इसी फील्ड में उसने निजी समरसिबल पम्प भी लगा रखी है। जिसका प्रयोग पेयजल के साथ ही फसलों की सिंचाई के लिए किया जा रहा है । लेकिन यह सारा काम बिना बिजली कनेक्शन के ही परिसर में लगे खम्भे से कटिया लगाकर किया जा रहा है। इस मामले में पूंछने पर उक्त ठेकेदार की बहू ने बताया कि बीते 40 वर्ष पूर्व जबसे उनके ससुर ने सरकारी भवन की ठेकेदारी कर भवन निर्माण कराया था तबसे आज तक उनका परिवार इसी भवन में रह रहा है और इस भवन का उपयोग कर रहा है ।

जवाहर राजकीय इंटर कालेज के प्रधानाचार्य व केन्द्र व्यवस्थापक रामसजीवन ने बताया कि इस परीक्षा केन्द्र परिसर में ही यह परिवार रह रहा है । कई बार सरकारी भवन से अपना कब्जा हटाने के लिए उन्हे नोटिस भी दी गई है । लेकिन उक्त भवन आजतक खाली नहीं हो सका । जिससे परीक्षा की सुचिता खतरे में है। परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका को देखते हुये उन्होने जिलाधिकारी को मामले की सूचना लिखित रूप से दे दी थी। जिसकी जांच एसडीएम लालगंज को सौंपी गई है। लालगंज एसडीएम जीतलाल सैनी ने बताया कि 17 फरवरी को मौके पर पहुँचकर परिसर के अंदर स्थित सरकारी भवन पर कब्जे की जांच की गई है । मामला सही पाएजाने पर उक्त कब्जा करने वाले व्यक्ति को नोटिस देकर तीन दिन के अंदर भवन खाली कर परिसर छोड़ देने का आदेश दिया गया है। यदि इसके बाद भी आदेश का पालन नहीं किया गया तो कठोर कार्यवाही की जाएगी । परीक्षा केन्द्र के परिसर के सरकारी भवन में भवन माफिया ने बीते 40 वर्षों से कब्जा कर रखा है । यह विद्यालय प्रतिवर्ष परीक्षा केन्द्र भी बनाया जाता है । लेकिन विडम्बना इस बात की है कि 40 वर्षों से लगातार परीक्षा के दौरान किसी विभागीय अधिकारी की निगाह इस अनाधिकृत कब्जे की तरफ नहीं गई । पहली बार मामला डी एम तक पहुंचा है । इससे पूर्व के वर्षों में परीक्षा के दौरान विभागीय अधिकारियों व उड़नदस्ते द्वारा भी कभी इसका संज्ञान नहीं लिया गया ।

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