झूठ और इच्छापूर्ति वाली राजनीति कभी नहीं की – मनीष सिंह

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सम्मान देने के लिए राजनीतिक इच्छा पूर्ति नहीं होनी चाहिए – मनीष सिंह

अपनी खिसकती जमीन व जनाधार बचाने के लिए दिनेश सिंह ने मेरे बाबा व पिताजी के नाम से द्वार बनवा कर जनता को गुमराह करने का प्रयास किया

रिपोर्ट – दुर्गेश सिंह

रायबरेली – कांग्रेस पार्टी के नेता मनीष सिंह ने तीखा हमला एमएलसी दिनेश सिंह के क्रियाकलापों पर बोला है। उन्होंने साफ तौर पर कह दिया एमएलसी दिनेश सिंह खिसकती जमीन व जनाधार को बचाने के लिए मेरे बाबा व पिताजी के नाम से द्वार बनवा कर जनता को गुमराह करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं जो साफ तौर पर इच्छापूर्ति की राजनीती है। मनीष सिंह ने कहा हमारे परिवार ने त्याग और तपस्या रायबरेली की जनता के लिए किया है उन्हें किसी पहचान की जरूरत नहीं क्योंकि उनका नाम और काम जनता के दिलों पर है। दरसल पूरा विवाद यह है कि एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह ने पूर्व सांसद स्वर्गीय अशोक सिंह के नाम पर स्मृति द्वार बनवाया है और कोविड-19 संकट के समय अच्छा खासा पैसा उस पर खर्चा किया गया है। पूर्व सांसद स्वर्गीय अशोक सिंह के पुत्र व कांग्रेसी नेता मनीष सिंह ने चौहान मार्केट में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित पत्रकारों से कहा हमारे परिवार का इतिहास रहा है कि कभी किसी के नाम का सहारा लेकर झूठी और इच्छापूर्ति वाली राजनीति नहीं की है। राजनीति के लिए जनता को गुमराह करने का काम हमारे परिवार में बाबा स्वर्गीय धुन्नी सिंह पिता स्वर्गीय अशोक सिंह या चाचा स्वर्गीय अखिलेश सिंह ने भी कभी नहीं किया। अपने कर्म से नाम बनाया और नाम को अंत समय तक ओछी राजनीति के लिए कभी गिरने नहीं दिया। उन्होंने कहा लेकिन आज दिनेश सिंह ने अपनी खिसकती जमीन व जनाधार को बचाने के लिए जिस तरह उनके बाबा व पिताजी के नाम से स्मृति द्वार बनवाकर जनता को गुमराह करने का कुत्सित प्रयास किया है वह कभी सफल नहीं होने दिया जाएगा। श्री सिंह ने कहा मेरे बाबा पिता व चाचा कभी नाम के मोहताज नहीं रहे हैं उनके नाम से जिन लोगों ने कमाई की है उनमें दिनेश सिंह व उनका परिवार भी शामिल है। मैं पुरानी बातों में नहीं जाना चाहता हूं कि पहले कौन क्या था? लेकिन व्यक्ति की पहचान उसकी “परवरिश व उसके व्यक्तित्व” से होती है अगर दिनेश सिंह को निश्चल भाव से जिला पंचायत अध्यक्ष के नाम से द्वार लगवाना था तो सर्वप्रथम जिला परिषद रायबरेली के लगातार 21 वर्ष तक अध्यक्ष रहे स्वर्गीय पंडित रमाशंकर त्रिपाठी के नाम पर लगवाना चाहिए था। साथ ही आज इनको उस मकान तक पहुंचाने वाले उनके राजनीतिक गुरु व जिला परिषद रायबरेली के अध्यक्ष रहे स्वर्गीय रूद्र प्रताप सिंह “आरपी सिंह” के नाम से एक भव्य द्वार का निर्माण कराना चाहिए था परंतु ओछी राजनीति और अपना खोता जनाधार बचाने के लिए उन्होंने जो सरकारी धन द्वार बनवाने के लिए खर्च किया है उसका उपयोग जनपद के किसी अन्य विकास कार्य के लिए करते तो पूरे जनपद को लाभ होता।

सत्ता की दलाली करके अपनी राजनीति चमकाने वाले मेरे परिवार के नाम का सहारा ले रहे हैं

कांग्रेस नेता मनीष सिंह ने कहा हमारे परिवार के संरक्षण प्राप्ति के लिए निश्चल भाव से जो भी आया उसे हमने हमेशा संरक्षण दिया है लेकिन सत्ता की दलाली करके अपनी राजनीति चमकाने वाले और अब मेरे परिवार के नाम का सहारा लेकर शहर में जमीने कब्जा करने का खेल दिनेश सिंह कर रहे हैं। उसे हम सफल नहीं होने देंगे आज शहर के हाथी पार्क की जमीन हो या सिविल लाइन की जमीन हो या हरचंदपुर में जिला पंचायत की जमीन पर अवैध मार्केट बनवाई जा रही है। इन सब कृत्यों पर पर्दा डालने व आम जनमानस में भ्रम पैदा करने के लिए उनके बाबा व पिता जी के नाम का दुरुपयोग उनके द्वारा किया जा रहा है उसे वह सफल नहीं होने देंगे भ्रष्टाचार के कंठ तक डूबी जिला पंचायत को कठपुतली की तरह इस्तेमाल करने वाले एमएलसी को अबकी बार जनता मुंहतोड़ जवाब देगी। श्री सिंह ने कहा क्योंकि वह राजनीति परिवार के नाम के लिए नहीं बल्कि रायबरेली और यहां के लोगों के सम्मान के लिए करते हैं रायबरेली का प्रत्येक व्यक्ति हमारा मान और सम्मान है।

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