मौदहा (हमीरपुर) हाथों में जूते पकड़ कच्चे रास्ते पर जलभराव के बीच गुजरते स्कूली बच्चे सरकारी दावों की पोल खोल रहे हैं। यह तस्वीर ग्राम पंचायत कपसा के कीचड़ भरे रास्ते की है। जहां के छात्र-छात्राएं इसी मार्ग से स्कूल आते व जाते हैं। वर्षा में मार्ग के हालात और भी बदतर हो जाते हैं। यहां से गुजरने वाले राहगीर और छात्र गिरते हैं

लेकिन जिम्मेदारों की नींद अब तक नहीं टूटी है।
मंगलवार को गांव के हालात देखे। दोपाहर के समय बच्चे कीचड़ भरे रास्ते से बमुश्किल निकलते नजर आ रहे हैं। बच्चों का कहना है कि वे चाहते हैं कि यहां सड़क का निर्माण हो जाए ताकि वे चप्पल जूते पहनकर आसानी से स्कूल जा सकें। नंगे पैर कीचड़ से होकर गुजरते हैं तो पत्थर, कांच के टुकड़े और नुकीले तार पैर में चुभजाते हैं। लोगों ने बताया कि बारिश में हालात और बिगड़ जाते हैं।
कपसा निवासी सुरेश, लक्ष्मी, रानी ने बताया कि बारिश के चार महीने रास्ते से गुजरना मुश्किलों भरा है। इस रास्ते पर अब तक आरसीसी सड़क बनना बहुत जरुरी है l ग्राम प्रधान से कई बार कहा लेकिन ग्राम प्रधान विजय कुमार कहता है जल्द ही बनवा दी जायेगी और वही पंचायत सचिव दिगम्बर सिंह ने कहा कि स्कूली बच्चे शार्ट रास्ते के चक्कर में आते है हम उस रास्ते को दिखवाते है अब तक बदहाली दूर नहीं कर सके हैं। गांव पहुंचे जिलापंचायत सदस्य विपिन पाण्डेय ने कि यह कीचड़ वाला रास्ते को कार्य योजना में डाल दिया गया है जल्द ही काम शुरू कराते है
खंड विकास अधिकारी दुर्योधन का कहना है स्कूल के रास्ते से पानी निकलवाया जाएगा। बारिश के बाद कार्य उसमे कार्य कराया जायेगा
एमड़ी प्रजापति रिपोर्ट