रिपोर्ट- सुधीर त्रिवेदी
बांदा—अज्ञात कारणों के चलते दो युवतियों समेत तीन लोगों ने घर में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने शव फंदे पर लटकते हुए देखा तो कोहराम मच गया। पुलिस ने तीनो शव कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिवारीजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। तीनो ही मामलों में परिजन आत्महत्या का कारण नहीं बता पाए।
पैलानी थाने के सिंधनकलां गांव निवासी ज्योति (25) पत्नी शिवम ने बीती छह मई को घर में रस्सी से फांसी लगाकर जान देने का प्रयास किया था। परिवार के लोगों ने देखा तो उसे फंदे से नीचे उतारने के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार की सुबह जिला अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। मृतक के जेठ पिंटू ने बताया कि 10 दिसंबर 2020 को शादी हुई थी। कारण अज्ञात है। आशंका है कि पति और पत्नी के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई, शायद इसीलिए ज्योति ने फांसी लगाकर जान दे दी। दूसरी घटना में बिसंडा कस्बा निवासी गौरा देवी (18) पुत्री रामबहादुर ने सोमवार की सुबह कमरे के अंदर छप्पर की धन्नी में रस्सी से फांसी लगाकर जान दे दी। काफी देर के बाद घरवाले मौके पर पहुंचे तो देखा कि दरवाजे बंद थे। किसी तरह घरवालों ने दरवाजा खोला तो देखा कि गौरा देवी का शव फंदे पर लटक रहा था। यह देखकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। दादा राजकुमार ने बताया कि गौरा देवी की शादी तय हो चुकी थी। आगामी 13 जुलाई को पपरेंदा गांव से बारात आनी थी। गौराने फांसी क्यों लगाई, आत्महत्या का कारण अज्ञात है। इसी तरह कमासिन थाने के रानीपुर गांव के मजरा राछा निवासी सत्येंद्र (23) पुत्र फेरम सिंह ने रविवार की शाम को कमरे के अंदर छप्पर की धन्नी में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार के लोगों ने देखा तो कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पिता ने बताया कि रविवार की दोपहर को सत्येंद्र खेत में उनके साथ था। वह घर चला आया और जब सभी लोग घर पहुंचे तो सत्येंद्र का शव फंदे पर लटकता मिला। पिता ने बताया कि सत्येंद्र की शादी हो चुकी है और उसके एक बच्चा भी है।