रायबरेली –रायबरेली में कल रात से हो रही रुक-रुक के झमाझम बारिश की वजह से उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली है। वहीं खेतों में पानी की कमी से जूझ रहे किसानों के चेहरे भी खिल गए हैं। अगस्त के अंतिम हफ्ते में हो रही बारिश धान की फसल के लिए काफी लाभदायक है।

शहरी क्षेत्र की बात की जाए तो निचले इलाकों में जल भराव की समस्या एक बार फिर पैदा हो गई है। बहुत से सड़क मार्ग, गली मोहल्ले में बरसाती पानी के जलभराव के कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। अमृत योजना के तहत डाली गई सीवर लाइन के लिए खोदी गई सड़कों का बुरा हाल है। घरों के सामने सड़कों ने दलदल होने से लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है।

जिला प्रशासन की खुली पोल
आपको बता दें कल रात से हो रही बारिश ने जिला प्रशासन की पोल खोल के रख दी है। शहर के डिग्री कॉलेज चौराहे स्थित हेमू कल्याणी पार्क के बगल में बनी मार्केट में नगर पालिका द्वारा जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण मार्केट में लोगों की दुकानों के अंदर तक पानी घुस गया जिससे दुकानदारों का समान बरसात के पानी से खराब हो गया व्यापारियों का कहना था कि यह पहली बार नहीं है हर साल बरसात के समय उन्हें इस गंभीर समस्या से गुजरना पड़ता है कई बार शिकायत करने के बाद भी आज तक कोई नगर पालिका ने निदान नहीं निकला है और हर साल व्यापारियों का काफी नुकसान बरसात के समय हो जाता है वही शहर के सर्वोदय नगर, सोनिया नगर, तेलिया कोट, इंदिरा नगर सहित अन्य मोहल्ले में बरसाती पानी भर गया है। बहुत से इलाकों में पानी घरों के अंदर भी घुस गया है। जिसके कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गौरतलब है कि नगर पालिका ने मानसून आने से पहले अपने तैयारी को लेकर ढिंढोरा पीटा था। लेकिन उसकी पोल इस बरसात ने खोल कर रख दी है।

नलियों से नहीं हो रही जलनिकासी
नालियों की सफाई की बात कही जाती थी। लेकिन नालियों के चोक होने से जल निकासी नहीं हो पा रही है। जिससे पानी गली नालियों में से निकल नहीं पा रहा है। इंदिरा नगर निवासी राकेश कुमार ने बताया कि जल भराव की समस्या हमेशा रहती है। वहीं दूसरी ओर राणा नगर मोहल्ले में हुआ जीपीएस स्कूल मोड पर बरसात के बाद भारी जल भराव हो गया जिससे स्कूली बच्चों को घर जाने मे व वाहन चालको, राहगीरो को भारी समस्या का सामना करना पड़ा इस बार भी नगर पालिका को कहा गया था कि समय रहते नालियों की सफाई करवा दें। लेकिन खाना पूर्ति करके नगर पालिका के कर्मचारी यहां से चले जाते हैं। इसकी हकीकत बारिश के बाद मालूम चलती है।
अनुज मौर्य /विक्रम सिंह रिपोर्ट