मनरेगा में नाममात्र के ही मजदूर काम करते दिखे

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मौदहा, हमीरपुर। विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायतों में दिन प्रतिदिन भ्रष्टाचार के कारनामे उजागर हो रहें हैं जहां मनरेगा में काम करने वाले डेढ़ सैकड़ा से अधिक मजदूरों को मात्र कागजों में दिखाकर नाम मात्र के ही मजदूर धरातल पर काम करते दिखाई दिए। हालांकि इस मामले पर और भी कई रोमांचक तथ्य सामने खुलकर आए हैं।

अवगत हो कि विकासखंड क्षेत्र हमेशा से ही सुर्खियों में बने रहने की महारत हासिल किये हुए है जिसमें कई तरह के भ्रष्टाचार के घुलने मिलने की बू आती रहती है। इसी तरह का एक नया मामला क्षेत्र के ग्राम पंचायत मदारपुर में देखने को मिला है जहां पर चारागाह की जमीन पर तालाब खुदाई कार्य कराया जा रहा है, जिसमें खुलेआम जेसीबी मशीनों की सहायता से तालाब की पारें डाल दी गई और मशीनों के निशान मिटाने के लिए डेढ़ दर्जन मजदूर लगा दिए गए जो दिनभर मशीनों के निशानों की खुदाई कर निशान मिटा रहे हैं।

आपको बताना आवश्यक है कि इस तालाब खुदाई कार्य में मंगलवार को 183 मजदूरों की हाजिरी दिखाई गई है लेकिन मौके पर मात्र 19 मजदूर काम करते हुए पाए गए। वहीं काम करने वालों में आधा दर्जन नाबालिग लड़कियां व लड़कें मौजूद थे जो अपने माता-पिता की जगह काम कर रहे थे। हालांकि कुछ मजदूर ऐसे भी थे जो अपनी दुकानों में बैठकर दुकान का सामान भी बेंचते मिले तथा कागजों में मनरेगा में काम भी करते दिखाई दिए।

वहीं ग्राम रोजगार सेवक की मां भी कागजों पर काम करती पाई गई लेकिन मौके पर पंचायत मित्र की मां अपने घर का काम करती मिली और वहीं रोजगार सेवक का घर तो देखते ही बनता था जहां स्टील की ग्रिल मकान की शोभा बढ़ा रही थी हालांकि ध्यान रहे कि उसी रोजगार सेवक की मां मनरेगा में मजदूरी का काम भी करती हैं।

क्षेत्र में ऐसे कई तरह के मामले प्रकाश में आए लेकिन सभी मामलों पर स्थानीय अधिकारियों की मिली भगत सभी भ्रष्टाचारियों को खुली छूट प्रदान किए रही। हालांकि वहीं खंड विकास अधिकारी भैरव प्रसाद ने इस मामले पर मौके पर जाकर जांच करने की बात कही है।

  • एमडी प्रजापति
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