RAEBARELI –जिस तरीके से सोशल मीडिया का प्रभाव समाज पर पड़ रहा है उसे तो साफ लग रहा है कि जितना प्रभाव है उससे कहीं ज्यादा उसके दुष्प्रभाव कोई भी व्यक्ति अपने सोशल मीडिया के आधार पर किसी को भी ठगे ले रहा है इसकी एक बंदगी उसे वक्त देखने को मिली जब एक नैनो बैटर नाम के एक से एक डिटेल साझा की गई जिसमें लिखा गया गौरव त्रिवेदी से मिलिए एक भारतीय स्कैमर से जो माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का ढोंग करता है और फिर मायूस और कमजोर लोगों को ठगने लगता है , उसने मुझे भी ठगने की कोशिश की लेकिन मैंने उसे पैसा देने की बजाय उसका लैपटॉप हैक कर लिया उसके बाद उसका लाइव वेबकैम फीड चालू कर दिया , वीडियो को वायरल करने के बाद उसने न सिर्फ पूरे वीडियो को अपने एक्स पर डाल दिया बल्कि गौरव त्रिवेदी के लोकेशन तक को अपने सोशल प्लेटफॉर्म पर डाल दिया ।
क्योंकि लोकेशन रायबरेली का था इसलिए उसने रायबरेली पुलिस को भी टैग किया सोशल मीडिया पर एक वायरल पोस्ट ने रायबरेली पुलिस को जवाब देने के लिए मजबूर किया जिसके बाद रायबरेली पुलिस ने पूरे मामले की तह तक पहुंचने के लिए गौरव के एक्स की तस्दीक की , तो पता चला कि वायरल युवक रायबरेली की शहर कोतवाली के लोधवारी कोठी , निराला नगर का रहने वाला है।
लेकिन जब तक पुलिस उसके घर पहुंचती तब तक उसके वायरल होने की जानकारी भी उसे तक पहुंच चुकी थी और पुलिस के पहुंचने के पहले ही वह घर छोड़कर भाग चुका था ।
अनुज मौर्य रिपोर्ट
पूरे मामले पर रायबरेली के सीओ सिटी अमित सिंह ने बताया कि एक्स पर वायरल होने के बाद जिम्मेदार पुलिसिंग के लिए मानी जाने वाली रायबरेली पुलिस ने एक्स के डिटेलों के अनुसार जब तस्दीक की तो पता चला की लोगों को माइक्रोसॉफ्ट के कर्मचारी के रूप में ठगने की कोशिश करने वाला युवक शहर कोतवाली के लोधवारी कोठी निकट निराला नगर के रहने वाले शशि कुमार त्रिवेदी के पुत्र प्रियंक त्रिवेदी उर्फ गौरव त्रिवेदी के रूप में हुई है , जो कि सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद पुलिस के पहुंचने से पहले ही अपने घर से भाग चुका था , वही फिलहाल सदर कोतवालीं में किसी भी तरीके की कोई भी शिकायती पत्र नहीं मिला है लेकिन पहली नजर में ठगी से जुड़ा मामला होने की वजह से पुलिस ने स्वत संज्ञान लेते हुए मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है ।