भाजपा कार्यकर्त्ता और किसानो की नहीं हो रही सुनवाई,पढ़े पूरी खबर

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लेखपाल व प्रधान प्रतिनिधि किसानों की भूमि पर जबरन बना रहे चकरोड

शिवगढ़ ,रायबरेली

केन्द्र सरकार किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए उनके खाते में 2000 की राशि भेजने का काम करती है, परन्तु तहसील स्तर पर कार्यरत अधिकारी कर्मचारी किसानों का शोषण करने से बाज नहीं आ रहे हैं।विकास खण्ड क्षेत्र के अंतर्गत कोटवा में प्रधान प्रतिनिधि अनिल यादव व लेखपाल विपिन मौर्य के ऊपर यहां ग्रामीण और किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी मिली भगत से हम किसानों की खड़ी फसल को नष्ट करके जबरन खेत में चकरोड व नाली बनाई जा रही है।

जिसकी वजह से कोटवा के ग्रामीणों मे काफी अक्रोश है। जब एक पत्रकार ने लेखपाल विपिन मौर्या से बात की तो उन्होंने बताया कि एसडीएम के आदेश पर गांव में चकरोड बनाया जा रहा है । वही के कुछ स्थानीय लोगों ने बताया चुनावी रंजिश को लेकर प्रधान द्वारा इन किसानों की भूमि धरी जमीन पर बिन बताएं चकरोड बनवा रहे हैं। जबकि ग्रामीणों ने कहा कि जहा पर चकरोड बन रहा है वहां पर कभी चकरोड था ही नहीं, सोचने वाली बात यह कि जिन लोगों की भूमि पर चकरोड बनया जा रहा है उनको , इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई और ना उन्हें सूचना दी गई जबकि सरकार व कोर्ट का आदेश है कि जिनकी जमीन पर चकरोड बनाया जाए, उन्हें सूचित किया जाए लेकिन यह सारे नियम कोटवा के प्रधान प्रतिनिधि अनिल यादव नहीं मानते और कहते हैं कि हम अपनी इच्छा से ही कार्य करेंगे। यदि ग्रामीण किसानों को आपत्ति है तो वह चाहे तो डीएम के पास जाएं या मुख्यमंत्री के पास। प्रधान और लेखपाल के इस रवैए से नाराज ग्रमीणों ने उपजिला अधिकारी को लिखित प्रार्थना पत्र देकर मामले से अवगत कराया है कि पहले भूमि पैमाइश कराई जाए तब इस चकरोड का निर्माण किया जाए लेकिन करीब चार दिन बीत गए महराजगंज एसडीएम ने अभी तक हम ग्रामीणों को कोई मदद नहीं दी और न ही प्रार्थना पत्र का कोई जवाब मिला। अब ग्रामीणों का कहना है कि हम लोग डीएम कार्यालय में धरना देंगे और वर्तमान में तहसील प्रशासन के इस रवैए को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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