रायबरेली –जिला महिला चिकित्सालय में सुविधाओं को लेकर उच्च अधिकारी जो दावा करते हैं वह धरातल पर निष्क्री साबित हो रहा है आपको बताते चलें रायबरेली के महिला जिला चिकित्सालय में एक दिन पूर्व डिलीवरी के लिए आई महिला और तीमारदार लिफ्ट में फंस गए थे काफी देर तक फंसे रहने के बाद किसी तरह वे बाहर निकले वही लिफ्ट फिर से चालू हुई तो मरीज और तीमारदार की जान में जान आई वहीं दूसरी ओर आज फिर एक बार शाम के समय जिला में महिला चिकित्सालय की लिफ्ट अचानक से खराब हो गई इस बीच लिफ्ट के अंदर मरीज को देखने आए तीमारदार भी फस गए काफी देर तक कोशिश करने के बाद किसी तरह लिफ्ट का दरवाजा खुला और तीमारदार व अन्य लोग लिफ्ट से बाहर आकर अपनी जान बचाए सबसे बड़ी बात तो यह है कि एक लिफ्ट कई सालों से खराब पड़ी है वहीं दूसरी लिफ्ट जो किसी तरह चल भी रही है आए दिन उसमें भी खराबी रहती है लोग अपनी जान जोखिम डालकर लिफ्ट से अस्पताल में आते हैं लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस पर कोई भी ध्यान नहीं दे रहे हैं शायद उन्हें किसी बड़ी घटना के होने का इंतजार है वही बात करी जाए जिला अस्पताल में धक्का प्लेट चल रही लिफ्ट की तो उसमें ना तो पंखे चल रहे हैं और ना ही उसमें किसी प्रकार की सांस लेने की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है चाहे मरीज हो या फिर कोई अन्य व्यक्ति अगर वह लिफ्ट से अगर जा रहा है तो अपनी जान हथेली में लेकर वह लिफ्ट से जाता है लिफ्ट के मामले को लेकर उच्च अधिकारी भी कोई भी ध्यान नहीं दे रहे हैं शायद उन्हें भी किसी बड़ी घटना का इंतजार है बात करी जाए पूर्व की घटनाओं की तो अन्य जिलों में कई ऐसी घटनाएं हुई जिसमें लिफ्ट खराब हो जाने कारण कई लोगों की मौतें या फिर घायल होने की सूचनाए लगातार प्राप्त हुई थी अब देखने वाली बात यह होगी कि इस मामले को लेकर जिम्मेदार और उच्च अधिकारी क्या कार्रवाई करते है यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा.
अनुज मौर्य रिपोर्ट