अजामिल की कथा सुन श्रोता हुए मंत्रमुग्ध

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कुलपहाड़ (महोबा) ,  नगर के सोनीगंज मुहाल में स्थित मां काली माता मंदिर में चल रही भागवत कथा की चौथे दिन कथा व्यास राधिका देवी ने संगीत में कथा सुनाते हुए कहा उन्होंने अजामिल का बहुत ही सुंदर प्रसंग सुनाते हुए कहा कि पहले लोग अपने पुत्र का नाम भगवान के नाम पर रखते थे अजामिल ने भी अपने पुत्र का नाम नारायण रख दिया था जो मिलकर विपत्ति पड़ी तो उन्होंने अपने पुत्र को नारायण नाम से पुकारा तो उसका उद्धार हो गया।

इसी प्रकार भक्त प्रहलाद के कारण हिरणयकश्यप जैसे दैत्यों का उद्धार करने के लिए भगवान ने नरसिंह अवतार धारण किया तथा भक्ति का महत्व समझाया सुर एवं असुरों के द्वारा समुद्र मंथन की कथा सुनाई गई जिसमें 14 रत्न प्राप्त हुए का विस्तार से वर्णन किया इसी प्रकार सूर्यवंश का विस्तार कैसे हुआ को विस्तार से बतलाया कथा के अंत में चंद्रवंशी की कथा के साथ कृष्ण जन्म की कथा सुनाई गई काली माता मंदिर में चल रही भागवत कथा दुली चंद्र सोनी एवं उनके पारिवारिक जनों द्वारा कराई जा रही है कथा व्यास राधिकादेवी एवं आचार्य संतोष सुल्लेरे ने संगीत में भागवत कथा में सहयोग किया है।

रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल

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