आरटीई: राज्यस्तरीय आरटीई अभियानकर्ताओं से चर्चा कर बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने की पहल

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वाराणसी/लखनऊ। मड़ियाव क्षेत्र के रामलीला मैदान स्थित बालमंच सभागार पर शनिवार को आर्थिक अनुसंधान केंद्र और रेड ब्रिगेड ट्रस्ट द्वारा अनिवार्य तथा नि:शुल्क बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 एवं फी रेगुलेशन एक्ट 2018 के तहत राज्य स्तरीय संवाद आधारित एक दिवसीय उत्तर प्रदेश के अभियानकर्ताओं के साथ चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का आह्वान किया गया।

कार्यक्रम में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख अजय पटेल ने कहा कि आरटीई 2009 की मूल भावना समस्त 6 वर्ष से 14 वर्ष तक के बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने की है। सभी अभिभावकों, शिक्षको, हित धारको सहित सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूलों को 6 से 14 वर्ष के समस्त बच्चों को शिक्षित करने अथवा शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास करना चाहिए।

आर्थिक अनुसंधान केंद्र के सोमेश्वर ने बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि सभी को शिक्षा के अधिकार के तहत विशेष परिश्रम कर बच्चों को शिक्षित करें। मुहम्मद आमीर ने विषयागत एजेंडा तैयार करने हेतु अभियानकर्ताओ से अपील करते हुए आरटीई को लागू करवाने में आ रही बाधाओं से समाधान निकालकर वास्तविक बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने को सभी से पहल की अपील किया।

कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों ने कहा कि बाल आयोग, प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित प्रशासन एवं शिक्षाधिकारी को बड़ा कदम उठाना चाहिए, जिससे कि बच्चों को शिक्षा का मौलिक अधिकार मिल सके।

अंत में वाराणसी से पधारे सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने आरटीई और फि रेगुलेशन एक्ट को लागू करवाने में प्रदेश के अलग-अलग ज़िलों में आ रही बाधाओं पर विस्तृत चर्चा कर इस मुद्दे पर प्रदेश स्तरीय साझा समन्वयन अभियान चलाकर समाधान निकालने को कहा।

इस दौरान सोमेश्वर, मुहम्मद आमीर, अजय पटेल, राजकुमार गुप्ता, सुष्मिता भारती, दिव्या पांडे, दिव्यानी पांडेय, रूबीना, मन्तशा, मन्नू, निशा, कुसुमलता, उर्मिला सहित कई अभिभावक आदि लोग भी मौजूद थे।

राजकुमार गुप्ता

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