रिपोर्ट- अवनीश कुमार मिश्रा
प्रतापगढ़। विश्व कैंसर दिवस पर अजीत आरोग्य केंद्र देल्हूपुर में जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया।इस मौके पर आयुष इंटरनेशनल मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ए०डी०तिवारी वैद्य ने कहा कि जिस तरह कैंसर समाज के हर तबके तक अपनी जकड़ बना रहा है यह एक चिंता का विषय है। कैंसर दुनिया का सबसे ख़तरनाक और जानलेवा बीमारियों में से एक है। क्योंकि कई बार इसके लक्षणों का पता नहीं चलता। जबतक बिमारी सामने आती है तब-तब बहुत देर हो चुकी होती है।
श्री वैद्य के अनुसार कैंसर के रोगी की मौत कैंसर से नहीं ,उसके उपचार से होती है। कीमोथेरेपी से बाल झड़ जाते हैं।शरीर को बहुत कष्ट होता है। ज्यादातर मरीज कभी नहीं बचते, ऊपर से धन भी बर्बाद हो जाता है। उन्होंने कहा कि हल्दी अकेली ऐसी
दवा है दुनिया में जो कैंसर ठीक कर सकती है। हल्दी में करक्यूमिन नामक रसायन है, जो कैंसर ठीक कर सकता है और दूसरा गाय के मूत्र करक्यूमिन नामक रसायन होता है।
उन्होंने बताया कि जीवन शैली में बदलाव के माध्यम से कैंसर को रोका जा सकता है। प्रदूषण, दूषित वातावरण, धूम्रपान, कार्बोहाइड्रेट तथा फैट की अधिकता,सुस्त और निष्क्रिय जीवन, प्लास्टिक,कीटनाशक दवाओं तथा रसायनिक खादों की अधिकता, शराब, तम्बाकू, आदि कारण हैं।देश के पंद्रह राज्यों में तंबाकू पर प्रतिबंध है। तंबाकू से मुंह,गला,अमाश्य, यकृत, फेफड़े आदि के रोग उत्पन्न होते हैं। कैंसर न हो इसके लिए हमेशा ताजा भोजन करें, शुद्ध धी तेल खायें, फल सब्जी रेशेदार, संतुलित आहार, सुरक्षित रुप से सूर्य का आनंद लें। धुआं-धूल से बचे, स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखें।
इस मौके पर पंकज विश्वकर्मा, होरीलाल पटेल,राम लखन सिंह,अजय पटेल, पुनीत विश्वकर्मा,शोभ नाथ मौर्य, आलोक पटेल, ओमप्रकाश, कृतेश मिश्रा, वकील अहमद,अतींद्र तिवारी,वेद प्रकाश,जावेद अहमद आदि लोग मौजूद रहे।