7 जालसाज पुलिस की गिरफ्त में
एएसपी विक्रम दहिया ने कहा सजग रहें लोग
पीलीभीत – एक तरफ अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे कई भारतीयों को अमेरिका की सरकार भारत वापस भेज रही है तो दूसरी तरफ भारत से विदेश भेजने के अवैध तरीके अपनाकर जालसाज लोगों को फंसाने के कार्य कर रहे हैं। पीलीभीत जिले में चल रहे ऐसे ही गिरोह को पुलिस ने पकड़ कर जेल भेजा है, अपर पुलिस अधीक्षक विक्रम दहिया ने पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर ऐसे ही गिरोह का पर्दाफाश किया और लोगों को सजग रहने की अपील भी की।
डिपोर्ट किये गए भारतीयों में पीलीभीत के थे लोग
जानकारी के मुताबिक अमेरिका से डिपोर्ट किये जा रहे भारतीयों में पीलीभीत के भी निवासी थे इसके बाद ही आईपीएस विक्रम दहिया ने मामले की गहनता से जांच शुरू कराई तो पता चला कि बीते दिनों पूरनपुर इलाके का रहने वाला गुरप्रीत सिंह तो वहीं शनिवार को पीलीभीत की दो महिलाएं व एक 10 साल के बच्चे समेत 4 लोगों को भी डिपोर्ट किया गया है।
पुलिस ने 7 लोगों को किया गिरफ्तार
प्रेसवार्ता में जानकारी देते हुए एएसपी विक्रम दहिया ने बताया कि अभी तक की जांच व पूँछताक्ष में पता चला है कि कुछ स्थानीय एजेंट विदेश भेजने के लिए युवाओं के फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज तैयार करवाते थे, आरोपी अलग-अलग शैक्षणिक संस्थानों की असली मार्क शीट्स को कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के जरिए एडिट कर उन्हें वीजा आवेदन में इस्तेमाल करते थे, वहीं इसके बाद आरोपी उन्हीं फर्जी दस्तावेजों की मदद से लोगों को विदेश भेजते थे। जानकारी देते हुए एएसपी ने कहा कि फिलहाल पीलीभीत पुलिस ने अलग अलग मामलों में थाना पूरनपुर में दर्ज मुकदमे में 5 और माधोटांडा में दर्ज मुकदमे में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह ने दो आरोपी पड़ोसी जनपद शाहजहांपुर के पुवायां थाना क्षेत्र के निवासी भी हैं। वहीं कुछ आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से दूर है। गिरफ़्तार किए गए आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में फर्जी मार्कशीट व फर्जीवाड़े में प्रयुक्त फोन व लैपटॉप बरामद किए गए हैं।
ऐसे लोगों को बनाते थे शिकार
पुलिस ने पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे पिछले 5 सालों से इस गिरोह को चला रहे हैं, वे लगातार युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर उनसे लाख रुपये ऐंठते थे, उनका निशाना ऐसे युवा थे जिन के पास या तो वैध दस्तावेज़ नहीं होते थे या फिर उनके अंक कम होते थे, यह गिरोह युवाओं की फर्जी मार्कशीट बनाकर वीजा के लिए आवेदन करता था जिससे वीजा आसानी से मिल सके. इतना ही नहीं गिरोह ने ऑनलाइन इंटरव्यू को पास कराने के लिए फर्जी व्यक्तियों को बिठाने की व्यवस्था भी की हुई थी.
एएसपी की अपील सजग रहें लोग
यह पहला मौका नहीं है जब पीलीभीत के इमिग्रेशन एजेंटों के भूमिका किसी मामले में संदिग्ध पाई गई है, पूरे मामले पर जानकारी देते हुए पीलीभीत के एडिशनल एसपी विक्रम दहिया ने बताया कि पूरनपुर व माधोटांडा थाने में दर्ज मुकदमों की जांच के दौरान फर्जी दस्तावेज बनाने के गिरोह का खुलासा किया हैज़ वहीं लोगों से अपील की है कि जिस किसी से भी इस प्रकार की ठगी हुई है से भी पुलिस के सामने आएं जिससे अन्य जालसाजों को भी सलाखों के पीछे भेजा जा सके।