PUBLISHED BY ANUJ MAURYA
SBI, केनरा बैंक और इंडियन बैंक में मिनिमम बैलेंस की टेंशन खत्म, करोड़ों ग्राहक खुशी से झूमे
Bank Minimum Balance Rule: देश के चार सरकारी बैंकों ने करोड़ों ग्राहकों को बड़ी खुशखबरी दी है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक और केनरा बैंक ने सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस नहीं होने पर पेनाल्टी नहीं लगाने का फैसला किया है। इससे पहले पंजाब नेशनल बैंक ने मिनिमम बैलेंस पर बड़ी राहत दी थी।
Bank Minimum Balance Rule: अकाउंट में जीरो बैलेंस होने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा
Bank Minimum Balance Rule: देश के करोड़ों बैंक ग्राहकों के सामने राहत भरी खबर सामने आई है। इंडियन बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और केनरा बैंक ने मिनिमम बैलेंस पर बड़ी राहत दी है। अब अगर आपके सेविंग अकाउंट में जीरो बैलेंस तो कोई जुर्माना नहीं लगेगा। वहीं पंजाब नेशनल बैंक ने सेविंग अकाउंट में जीरो बैलेंस रखने पर कोई चार्ज नहीं लगाने का ऐलान किया था। अभी तक अगर मिनिमम बैलेंस कम होने पर जुर्माना लगाया जाता था। ये जुर्माना अकाउंट के प्रकार और भौगोलिक स्थिति (शहरी, अर्ध-शहरी या ग्रामीण शाखाएं) के आधार पर अलग-अलग थे। ये जुर्माना 10 रुपये से लेकर 600 रुपये या उससे अधिक होता था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 7 जुलाई 2025 से अब इंडियन बैंक के ग्राहकों को मिनिमम बैलेंस चार्ज से छुटकारा मिल जाएगा। इसका मतलब है कि इंडियन बैंक ने सेविंग अकाउंट पर मिनिमम बैलेंस रखने की जरूरत को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। अगर आपके अकाउंट में शून्य रुपये भी हो, तो भी आप पर कोई चार्ज नहीं लगेगा। बैंक ये फायदा छात्र, छोटे व्यापारी, ग्रामीण इलाकों के ग्राहक और सीनियर सिटीजन को देगी। इसका मकसद ज्यादा से ज्यादा लोगों को बैंकिंग सर्विस से जोड़ना है।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने पहले ही 2020 में अपने सभी बचत खातों से न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता को हटा दिया था। इस नीति के तहत, ग्राहकों को अब बैलेंस कम होने पर किसी भी तरह के जुर्माने का सामना नहीं करना पड़ता।
कैनरा बैंक
कैनरा बैंक ने भी मई 2025 में अपने सभी प्रकार के बचत खातों, जैसे कि नियमित बचत खाते, वेतन खाते और एनआरआई बचत खातों, के लिए औसत मासिक बैलेंस की शर्त को हटाने की घोषणा की। इस पहल ने ग्राहकों के बीच बैंक की लोकप्रियता को और बढ़ाया है, क्योंकि अब उन्हें न्यूनतम बैलेंस की चिंता किए बिना अपने खाते का उपयोग करने की आजादी है।
क्या होता है मिनिमम एवरेज बैलेंस?
मिनिमम एवरेज बैलेंस यानी MAB वो औसत रकम है जो आपके बैंक खाते में हर महीने रहनी चाहिए। आसान भाषा में कहें तो, बैंक चाहता है कि आपके खाते में हमेशा कुछ न कुछ पैसा रहे, ताकि खाता चलता रहे और बैंक को उसका रखरखाव करने में आसानी हो। न्यूनतम बैलेंस रखने का झंझट खत्म ग्रामीण और निम्न आय वर्ग के ग्राहकों को सीधा लाभ बचत पर ज्यादा नियंत्रण और लचीलापन डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा मिलेगा। बैंक की तरफ से यह सुविधा सिर्फ सेविंग अकाउंट वाले ग्राहकों को दी गई है।