मुझे भी भारत रत्न दिला दो हरीश जी

952

राकेश कुमार अग्रवाल
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और बसपा अध्यक्ष व उ.प्र की चार बार मुख्यमंत्री रहीं मायावती को भारत रत्न दिए जाने की मांग की है . हरीश जी की यह मांग उ. प्र . के बलिया से भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह को इतनी नागवार गुजरी को उन्होंने हरीश रावत को न जाने कितना भला बुरा कह डाला . जबकि मैं भी हरीश रावत जी का पुरजोर समर्थन करता हूं और उनसे मांग करता हूं कि जिस सूची में उन्होंने सोनिया और मायावती का नाम लिखकर भारत रत्न देने की मांग की है . उसी सूची में मेरा भी नाम बढा दिया जाए .
हमारे यहां कहावत है कि वो व्यक्ति बेवकूफ होता है जो बहती गंगा में हाथ नहीं धोता . और फिर गंगा तो हरीश रावत जी के उत्तराखंड से निकली है जो सोनिया की दिल्ली होते हुए यूपी की मायावती तक आ गई है . मैं भी यूपी वासी हूं इसलिए मुझे लगा कि सही वक्त पर हरीश रावत जी ने मांग की है . सुरेन्द्र जी तो नाहक ही खामखां गरम हो रहे हैं .
जब सुदूर दक्षिण अफ्रीका के नेल्सन मंडेला और अफगानिस्तान के खान अब्दुल गफ्फार खां को भारत रत्न मिल सकता है तो भला सोनिया गाँधी को भारत रत्न देने में क्या बुराई है . और वे तो अब भारत की बहू भी हैं . उनके त्याग और समर्पण पर उन्हें भारत रत्न देने पर विचार किया जा सकता है . देश की खातिर उनके पति ने कुर्बानी दे दी . उन्होंने सत्ता का मोह नहीं किया . प्रधानमंत्री पद का उन्हें ऑफर मिला लेकिन उन्होंने मनमोहन की खातिर उसे भी ठुकरा दिया . उनके इकलौते बेटे ने वंश बेल को बढाने के बजाए देश के लिए अभी तक शादी नहीं की . सोनिया जी को उनकी सहनशीलता की खातिर भी भारत रत्न दिया जा सकता है . उनका बेटा राहुल आज तक पीएम नहीं बन सका उन्होंने किसी से कुछ कहा हो तो बताइए . जबकि देश के मेडलों व सम्मानों पर पहला हक गाँधी परिवार का होता है . उन्होंने मनमोहन को पीएम बनवा दिया लेकिन राहुल के लिए कभी जिद नहीं की .
पंडित जी को भारत रत्न मिला , उनकी बेटी इंदिरा को भारत रत्न मिला , इंदिरा के बेटे को भारत रत्न मिला तो क्या उनकी बहू का हक नहीं बनता कि उसको भी भारत रत्न मिले . वैसे भी तीस साल पहले राजीव गाँधी को भारत रत्न मिला था . तब से इतना लम्बा अरसा बीत गया तीन दशक से गांधी परिवार ने भारत रत्न को देखा तक नहीं . आज केन्द्र में कांग्रेस की सरकार नहीं है इसका मतलब यह नहीं है कि हरीश जी की जायज मांग को मजाक में उडा दिया जाए .
सोनिया जी के साथ अगर मायावती जी को भी भारत रत्न मिले तो भी सुरेन्द्र सिंह को आपत्ति है . सरकार महिला सशक्तिकरण की बात करे तो जायज और अगर हरीश जी ने मात्र दो महिलाओं को भारत रत्न दिलाकर उन्हें सशक्त बनाने की मांग कर दी तो इसमें इतनी हायतौबा की क्या जरूरत है .
अब तक 8 ऐसे लोगों को भारत रत्न मिल चुका है जिनका वास्ता बनारस शहर से रहा है . मोदी जी भी बनारस से सांसद हैं . मुझे तो अगला भारत रत्न भी बनारस से ही दिख रहा है . आप ही बताइए कि बनारस पर इतनी मेहरबानी हो सकती है लेकिन दो महिलाओं के लिए भारत रत्न मांग लिया तो आसमान सिर पर उठा लिया . अरे भाई हमें पुरस्कारों से कोई मोह नहीं है . अगर आपने साल दो साल पहले सोनिया और मायावती को भारत रत्न दे दिया होता तो हम एनआरसी के मुद्दे पर या कृषि बिलों को लेकर आपके दिए हुए अवार्ड की वापसी भी कर देते . और तो और तमाम और अवार्डधारियों से भी उनके अवार्ड वापस दिलवा देते .
मेरा तो सुझाव है कि सभी भारतवासियों को संविधान में संशोधन करके अनिवार्य रूप से एक – एक भारत रत्न मिलने का कानून संसद का आपात सत्र बुलाकर बन जाना चाहिए . इससे मुझे भी हरीश जी से सिफारिश नहीं करवानी पडेगी . और मुझे भी भारत रत्न मिल जाएगा . मैं भारत में जन्मा हूं . यही मेरी कर्मभूमि है . मैंने आज तक विदेश का मुंह नहीं देखा . मोदी जी तो विदेश जाते रहते हैं और जहां जाते हैं वहीं से दो चार अवार्ड झटक लाते हैं . विदेश जाने की लालसा में मैंने भी पासपोर्ट बनवा लिया था लेकिन आज तक उस पासपोर्ट में इमीग्रेशन विभाग की मोहर तक नहीं लगी और पासपोर्ट के रिनूवल की तारीख दर तारीख निकलती जा रही है . जब मैं आज तक विदेश गया ही नहीं तो आप ही बताइए कि उस देश का रत्न अवार्ड हमें कैसे मिल पाएगा . इसलिए हमारी तो आस केवल और केवल भारत रत्न की है . सरकार वैसे भी भारत रत्न में कोई नकद धनराशि तो देती नहीं है एक शाॅल , प्रशस्ति पत्र , ताम्र पट्टिका ही देती है . सरकार चाहे तो उक्त सभी सामानों की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी हम लोगों को भी दे सकती है . इससे लोग अपने खर्चे पर उक्त सामानों का पूरा इंतजाम करेंगे . महामहिम राष्ट्रपति जी बिजी हों तो ग्राम प्रधान या फिर लेखपाल या दरोगा से भी ये अवार्ड दिलाया जा सकता है . कृपया हरीश जी मुझको भी एक भारत रत्न दिला दो . मेरी भी सिफारिश लगा दो .

952 views
Click