डलमऊ, रायबरेली। डीह थाना प्रभारी जितेंद्र प्रताप सिंह और सलोन क्षेत्राधिकारी की आख्या को संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक रायबरेली की संस्तुति के आधार पर जिलाधिकारी हर्षिता माथुर द्वारा लगभग एक माह पूर्व डीह थाना क्षेत्र अंतर्गत जगदीशपुर गांव के पास शारदा नहर के किनारे झाड़ियां में मिले किशोरी के सड़े गले शव को कब्र से बाहर निकलवा कर फिर से पोस्टमार्टम कराने और डीएनए टेस्ट करने के निर्देश पर सोमवार को उप जिलाधिकारी डलमऊ अभिषेक वर्मा डलमऊ पुलिस और फोरेंसिक टीम की निगरानी में दफनाए गए शव को निकाल कर जांच के लिए भेजा गया।
डीह थाना क्षेत्र अंतर्गत जगदीशपुर गांव के पास शारदा नहर की पटरी की झाड़ियां में अज्ञात किशोरी का शव पाया गया जिसकी पहचान लोधवारी ग्राम निवासी उदय प्रताप मिश्रा द्वारा अपनी लगभग 12 वर्षी पुत्री लक्ष्मी के रूप में की गई और शव का पोस्टमार्टम करने के बाद शमशान घाट डलमऊ ले जाकर क्रिया कर्म के बाद मिट्टी में दफन कर दिया।
डीह थाना प्रभारी और सलोन क्षेत्र अधिकारी की आख्या को संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक रायबरेली की संस्तूती के आधार पर 16 सितंबर को जगदीशपुर गांव के पास शारदा नहर के किनारे पाए गए शव कथित मृतका लक्ष्मी उर्फ बिट्टू के शव को पोठई थाना डीह निवासी आकाश पुत्र श्याम लाल द्वारा अपनी 7 वर्षीय पुत्री अर्पिता का बताते हुए प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि 13 सितंबर को उनकी पुत्री की मौत सांप के काटने से हो गई थी।
जिसको शारदा नहर के किनारे झाड़ियां में फेंक दिया गया था। वही लोढवरी ग्राम निवासी उदय प्रताप मिश्र ने बताया कि 26 अगस्त को उनकी लगभग 12 वर्षी पुत्री अचानक घर से लापता हो गई थी जिसकी सूचना संबंधित थाने में दी गई।
लेकिन डीह थाना पुलिस द्वारा 15 दिन तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई 13 सितंबर को पुन लिखित शिकायत देने पर मुकदमा दर्ज किया गया और 16 सितंबर को जगदीशपुर गांव के पास शारदा नहर के किनारे झाड़ियां में मेरी पुत्री का सड़ा गला शव पाया गया जिसका पोस्टमार्टम करते हुए शमशान घाट डलमऊ में अंतिम संस्कार किया गया पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मृतका के सर पर चोट के निशान पाए गए थे।
जिसके आधार पर जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के निर्देश पर सोमवार को उप जिलाधिकारी डलमऊ अभिषेक वर्मा कोतवाली प्रभारी पंकज तिवारी डीह थाना प्रभारी जितेंद्र प्रताप सिंह के साथ फॉरेंसिक टीम और दोनों पक्षों के परिजनों के सामने लगभग एक माहपूर्व दफन गए शव को निकलवा कर दोबारा पोस्टमार्टम कराने और डीएनए टेस्ट के लिए भेजा गया।
- विमल मौर्य