दूसरों को सुखी रखने की इच्छा को लीला कहते हैं : आत्मानंद सरस्वती जी महाराज

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श्रीमद् भागवत के छठे दिन श्रीकृष्ण लीला और गोवर्धन पूजा की कथा सुनकर भाव विभोर हुए श्रद्धालु

श्रीमद् भागवत कथा सुनने उमड़ रही भारी श्रद्धालुओं की भीड़

लालगंज (रायबरेली) , विकासखंड सरेनी स्थित ग्राम पूरे बचरी मजरे सागरखेड़ा गांव में चल रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के छठे दिन बुधवार को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया। इस मौके पर कथा वाचक ज्ञान देवधर श्री श्री 108 आत्मानंद सरस्वती जी महाराज ने संगीतमय कथा वाचन कर भगवान की बाल लीलाओं के चरित्र का वर्णन किया। श्रोताओं से कहा कि लीला और क्रिया में अंतर होता है।अभिमान तथा सुखी रहने की इच्छा प्रक्रिया कहलाती है। इसे ना तो कर्तव्य का अभिमान है और ना ही सुखी रहने की इच्छा,बल्कि दूसरों को सुखी रखने की इच्छा को लीला कहते हैं।

भगवान श्रीकृष्ण ने यही लीला की,जिससे समस्त गोकुलवासी सुखी और संपन्न थे।उन्होंने कहा कि माखन चोरी करने का आशय मन की चोरी करने से है।कन्हैया ने भक्तों के मन की चोरी की। उन्होंने तमाम बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए उपस्थित श्रोताओं को वात्सल्य प्रेम में सराबोर कर दिया।उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण के जन्म लेने पर कंस उनकी मृत्यु के लिए राज्य की सबसे बलवान राक्षसी पूतना को भेजता है।राक्षसी पूतना भेष बदलकर भगवान कृष्ण को अपने स्तन से जहरीला दूध पिलाने का प्रयास करती है,परंतु भगवान उसका वध कर देते हैं। इसी प्रकार कार्तिक माह में बृजवासी भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए पूजन कार्यक्रम की तैयारी करते हैं,परंतु भगवान कृष्ण उनको इंद्र की पूजा करने से मना कर देते हैं और गोवर्धन की पूजा करने के लिए कहते हैं।

यह बात सुनकर भगवान इंद्र नाराज हो जाते हैं और गोकुल को बहाने के लिए भारी वर्षा करते हैं।इसे देखकर समस्त बृजवासी परेशान हो जाते हैं।भारी वर्षा को देखकर भगवान कृष्ण कनिष्ठ अंगुली पर गोवर्धन पर्वत को उठाकर सभी लोगों को उसके नीचे छिपा लेते हैं। भगवान द्वारा गोवर्धन पर्वत को उठाकर लोगों को बचाने से इंद्र का घमंड चकनाचूर हो गया।इस अवसर पर रमेशचंद्र त्रिवेदी,कृष्ण कुमार अग्निहोत्री,रविशंकर मिश्रा,विजय शंकर शुक्ला,धुनारी त्रिवेदी,मुकेश त्रिवेदी,लाला त्रिवेदी,छोटू त्रिवेदी,हैप्पी मिश्रा,शिवतोष संघर्षी,छोटे मिश्रा,राजू त्रिवेदी,कौशल तिवारी,गिरजा शंकर दीक्षित,श्याम सुंदर त्रिवेदी,गोवर्धन अग्निहोत्री,ऋषि दीक्षित,लबी त्रिवेदी,कमलेश दीक्षित,पवन बाजपेई,राजेंद्र त्रिवेदी,राजू वैद्य,श्रीनारायण त्रिवेदी,बृजमोहन त्रिवेदी,दिनेश बाबा,कूड़े त्रिवेदी,शिवमोहन सिंह,शिवशंकर सिंह,लल्ला तिवारी,जागेश्वर बाजपेई,अक्षय अग्निहोत्री,छोटू शुक्ला,श्रीधर त्रिवेदी,शिवपूजन सिंह,चक्रधर सिंह सहित सैकड़ों पुरुष व महिलाओं ने कथा श्रवण कर पुण्य लाभ कमाया।

विशाल भंडारा कल

सरेनी स्थित पूरे बचरी मजरे सागरखेड़ा गांव में चल रही साप्ताहिक श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आज (गुरुवार) से समापन होगा। वहीं कल (शुक्रवार) को पूर्णाहुति (हवन) के पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। वहीं आयोजक रमेशचंद्र त्रिवेदी ने क्षेत्रीय कथा प्रेमियों से सपरिवार भागवत स्थल पर पहुंचकर भगवन प्रसाद लेने की अपील की है।

रिपोर्ट- संदीप कुमार फिजा

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