सिंदूर-मंगलसूत्र हो तो समझ जाते हैं कि रजिस्ट्री हो गई
Dhirendra Shastri: बागेश्वर वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री का महिलाओं पर दिया बयान चर्चा में है। उन्होंने कहाकि जिस स्त्री की शादी हो गई। उसकी दो पहचान होती है। पहला- मांग का सिंदूर। दूसरा-गले का मंगलसूत्र। जिस स्त्री की मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र न हो, तो समझिए प्लॉट खाली है।
Dhirendra Shastri: उन्होंने आगे कहाकि जिसकी मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र है, तो हम लोग दूर से देखकर समझ जाते हैं कि रजिस्ट्री हो गई। यह बातें धीरेंद्र शास्त्री ने ग्रेटर नोएडा में कथा के दौरान कही थी।
Dhirendra Shastri: धीरेंद्र शास्त्री ने कथा के दौरान कहा-सबसे ज्यादा श्राप ब्यूटी पार्लर वालों को है, जो जामुन पर इतना फाउंडेशन लगा देते हैं। हम श्रृंगार के विरोध में नहीं हैं, न हमें इससे कोई दिक्कत है। बस जो ज्यादा चटर-पटर दिखता है, वो सही नहीं है। इसकी पहचान उसके गुणों से होनी चाहिए, न की उसके श्रृंगार से। पागल बागों उठो, एक हाथ में माला और दूसरे हाथ में भाला लेकर प्रभु श्रीराम को पाने का प्रयत्न करो। माला से भगवान आएंगे और भाले से राक्षस भाग जाएंगे।
Dhirendra Shastri: इससे पहले बुधवार को बागेश्वर धाम सरकार के दरबार से एक वीडियो सामने आया था। इसमें दारोगा के सामने एक सेवादार ने महिला को उठाकर बैरिकेड के दूसरे साइड फेंक दिया था। इस मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। नोएडा पुलिस कमिश्ननर ने दारोगा को सस्पेंड कर दिया था। हालांकि अगले दिन इस मामले में पं. धीरेंद्र शास्त्री ने सफाई दी थी। उन्होंने कहा था- पंडाल में बहुत बुरी बात हो गई। वह हमारा सेवादार नहीं था।
बुधवार को पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दिव्य दरबार में भीड़ ज्यादा होने से अफरा-तफरी मच गई थी। इसमें 10 लोगों को चोटें आई थीं। इसके अलावा गर्मी-उमस होने से कई लोग बेहोश हो गए थे। घटना के वक्त कार्यक्रम में करीब 5 लाख लोग मौजूद थे। हालांकि पुलिस ने समय रहते हालात पर काबू पा लिया था। हादसे में किसी की जान नहीं गई थी।
Dhirendra Shastri: पिछले साल अप्रैल में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का एक वीडियो आया था। इसमें वे भक्तों से कह रहे थे कि तुम अभी नहीं जागे, तो यह तुम्हें अपने गांव में भी भोगना पड़ेगा। इसलिए मेरी अपील है कि सभी हिंदू एक हो जाओ और पत्थर फेंकने वालों के घर बुलडोजर चलवाओ। कुछ दिन बाद हम भी बुलडोजर खरीदने वाले हैं।’
इस साल अप्रैल में भी धीरेंद्र शास्त्री का एक बयान सामने आया था। इसमें उन्होंने कथा के दौरान राजा सहस्त्रबाहुजी को बलात्कारी और राक्षस बताया था। उन्होंने कहा था कि हैहयवंश को खत्म करने के लिए ही भगवान परशुराम ने फरसा उठाया था। इस वंश का राजा बड़ा ही क्रूर था। वह न केवल साधुओं पर अत्याचार करता था, बल्कि महिलाओं के साथ भी बलात्कार जैसा कुकर्म करता था।
बागेश्वर सरकार…अर्जी-पर्ची और समाधान: 27 की उम्र में लाखों की भीड़ जुटाने का ‘चमत्कार’, डॉक्टर नहीं कर सकते उस बीमारी के इलाज का दावा
Dhirendra Shastri: बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेंद्र शास्त्री…वो नाम, जो आज देशभर में लोकप्रिय हो चला है। महज 27 साल का एक लड़का, जिसकी एक झलक पाने के लिए 5 लाख से ज्यादा लोग उमड़ रहे हैं। जिसके राम बोलते ही लाखों जयकारे एक साथ लगते हैं। वे लोगों को पागल कहते हैं, तो लोग उत्साहित हो उठते हैं। आवाज इतनी बुलंद कि लोग झूमने लगते हैं। क्या गर्मी-क्या बरसात, मौसम के तल्ख तेवर भी इन भक्तों के उत्साह को कम नहीं करते।